Last Updated: Thursday, January 19, 2012, 12:08

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी का कहना है कि वह संकट पुरुष हैं। गिलानी ने यह बात उस समय कही जब भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के दौरान प्रधानामंत्री मनमोहन सिंह द्वार उन्हें शांतिदूत की उपमा दिए जाने संबंधी जिक्र हुआ।
पूर्व मंत्री मणि शंकर अय्यर और यशवंत सिन्हा सहित सांसदों के एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि यूसुफ रजा गिलानी शांति दूत हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक गिलानी ने इसके जवाब में कहा कि पाकिस्तान की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए वह संकट पुरुष हैं।
गिलानी ने कहा कि उनकी सरकार भारत के साथ एक ‘रचनात्मक निरंतर और परिणामोत्पादक प्रक्रिया में शामिल होने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सिंह के साथ मिस्र के शर्म अल शेख, भूटान में थिंपू, मोहाली और गत सार्क बैठक के इतर में मलाद्वीव में अपनी बैठक को याद किया।
विश्वकप क्रिकेट में भारत-पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल के लिए गत वर्ष मोहाली के अपने मोहाली दौरे के साथ उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात की याद को भी ताजा किया।
उन्होंने कहा कि इन मुलाकातों ने बेहतर माहौल बनाया जिससे अर्थपूर्ण वार्ता प्रक्रिया का रास्ता आसान हुआ।
अय्यर और सिन्हा ने गिलानी से कहा कि निर्बाध वार्ता दोनों देशों के बीच टिकाउ शांति और स्थायित्व ला सकती है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के लिए दोनों प्रधानमंत्रियों को नोबल पुरस्कार दिया जाना चाहिए।
गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान और भारत को दोस्ताना, सहयोग और अच्छे पड़ोसियों के संबंधों की ओर आगे बढ़ते देखना उनका सबसे प्रिय स्वप्न है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान अच्छे पड़ोसियों के संबंधों की ओर सिर्फ रचानात्मक भागीदारी के जरिए ही आगे बढ़ सकते हैं।
गिलानी ने कहा, इसमें संदेह नहीं है कि यह एक धीमी लेकिन बढ़ती हुई प्रक्रिया है जिसे दोनों पक्षों की ओर से कूटनीतिक रूप से सावधानीपूर्व संभाले जाने की जरूरत है। अय्यर और सिन्हा ने कहा कि गत वर्ष जनवरी में की गई उनकी यात्रा की तुलना में उन्होंने पाकिस्तान के दोस्ताना और सत्कार के माहौल में पूरी तरह परिवर्तन देखा।
भारतीय सांसद पाकिस्तानी समकक्षों के साथ दो दिवसीय वार्ता के लिए इस्लामाबाद में हैं। यह दौरा उस समय हो रहा है जब पाकिस्तान की सरकार के वहां की शक्तिशाली सेना और न्यायापालिका के संबंध तनावपूर्ण हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 19, 2012, 17:38