Last Updated: Thursday, September 13, 2012, 10:38

वाशिंगटन: राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके अफगान समकक्ष हामिद करजई ने संकल्प जताया है कि लीबिया में अमेरिकी राजनयिक के मारे जाने के बाद वह अफगानिस्तान में अमेरिका विरोधी हिंसा नहीं भड़कने देंगे।
मंगलवार को लीबिया के पूर्वी शहर बेनगाजी में 11 सितंबर की 11 वीं बरसी पर हुए जानलेवा हमलों के बाद पूरे विश्व भर में अमेरिका प्रतिष्ठानों पर झंडे झुके रहे और ओबामा ने अमेरिकी मिशनों पर सुरक्षा बढ़ाने का आदेश भी दिया।
एक अमेरिकी द्वारा तैयार फिल्म में इस्लाम धर्म का कथित तौर पर अपमान किए जाने से नाराज भीड़ के हमले में, लीबिया में अमेरिकी राजदूत और उनके तीन सहयोगियों की मौत हो गयी थी। इस घटना की अफगानिस्तान ने निंदा की है।
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा है कि ओबामा और करजई के बीच टेलीफोन पर कल हुयी बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कदम उठाने का संकल्प जताया कि उन हालात का असर अमेरिकी बलों या अफगान बलों पर न पड़े जिनके चलते लीबिया और मिस्र में हिंसा हुई।
मंगलवार को काहिरा में मिस्र के हजारों प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी दूतावास पर लगे अमेरिकी ध्वज को उतार कर फाड़ दिया और उसकी जगह पर काला इस्लामी झंडा लगा दिया। कई आतंकवादी संगठनों के झंडे इस तरह के झंडे से मिलतेजुलते हैं।
व्हाइट हाउस ने बताया कि करजई ने बातचीत के दौरान लीबिया में हुयी ‘दुखद’ मौतों को लेकर शोक व्यक्त किया है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 13, 2012, 10:38