Last Updated: Saturday, June 15, 2013, 16:46

सियोल : अमेरिका से मिलने वाली युद्ध की धमकियों और दक्षिण कोरिया की टकराव की नीति को देखते हुए उत्तर कोरिया ने आज अपना परमाणु प्रतिरोध विकसित करने का एक ताजा संकल्प किया। प्योंगयांग की सत्ताधारी पार्टी के दैनिक पत्र ‘रोदोंग सिनमुन’ ने अपने संपादकीय में कहा, अमेरिका और दक्षिणी कोरिया द्वारा चलाए जा रहे ‘दुस्साहसपूर्ण युद्ध अ5यास के कारण किसी भी क्षण परमाणु युद्ध शुरू हो सकता है।
इसमें कहा गया, ‘जब तक अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई कठपुतलियां परमाणु (हमले की) धमकियां और हमारे खिलाफ युद्ध की धमकियां देना जारी रखती हैं, हम हर संभव माध्यम से परमाणु प्रतिरोध को मजबूत करते रहेंगे।’ संपादकीय में कहा गया कि दक्षिणी कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हे आपसी विवाद की नीति अपनाने के मामले में अपने पूर्ववर्ती से किसी भी तरह अलग नहीं हैं। संपादकीय में दक्षिणी कोरिया पर जानबूझकर योजनाबद्ध ढंग से उच्चस्तरीय वार्ताओं को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया। इसमें कहा गया, ‘जब तक दक्षिणी कोरिया के बलों की टकराव की नीति में बदलाव नहीं आता है तब तक उत्तर और दक्षिण के बीच वार्ता और संबंधों में सुधार वास्तविकता में नहीं बदल सकता।’
दोनों कोरियाई देश छह सालों में पहली उच्चस्तरीय वार्ता बुधवार व गुरूवार को सोल में आयोजित करने के लिए राजी हो गए थे लेकिन प्रोटोकॉल संबंधी एक विवाद के चलते अंत समय पर इसे रद्द कर दिया गया। फरवरी में उत्तर कोरिया द्वारा किए गए तीसरे परमाणु परीक्षण के बाद हुए कई माह के सैन्य तनाव के बाद वार्ताओं की इस शुरूआत को आगे बढ़ने के एक कदम के रूप में देखा जा रहा था लेकिन इसके रद्द होने से इसपर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। यह संपादकीय लेख दोनों कोरियाई देशों के बीच 15 जून 2000 को हुए एक ऐतिहासिक सम्मेलन की याद में समर्पित था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 15, 2013, 16:46