`यूएन हथियार करार से भारत को नुकसान नहीं`

`यूएन हथियार करार से भारत को नुकसान नहीं`

संयुक्त राष्ट्र : अरबों डालर के वैश्विक हथियार व्यापार करार के मसौदे पर भारत की ओर से चिंता जताये जाने के बाद शुक्रवार को अमेरिका ने कहा कि इस करार से भारत के राष्ट्रीय हितों को कोई नुकसान नहीं होगा।

हथियार व्यापार करार सम्मेलन में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख टॉम कंट्रीमैन ने कहा कि जबकि मैं भारत के प्रतिनिधि की ओर से यहां काफी स्पष्ट तौर पर जताई गई चिंताओं की सराहना करता हूं, मेरी अपनी सोच है कि यह करार भारत की सुरक्षा के लिए हानिकारक नहीं है और निश्चित तौर पर इससे किसी भी तरह भारत और अमेरिका के मजबूत द्विपक्षीय संबंध को कोई नुकसान नहीं होगा।

उन्होंने करार के मसौदे पर भारत की ओर से जताई गई चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर इससे भारत के हितों को कोई नुकसान नहीं होने की बात कही। गौरतलब है कि ईरान, उत्तर कोरिया और सीरिया ने संयुक्त राष्ट्र हथियार करार को अपनी मंजूरी नहीं दी है, जिससे इस करार को लागू किये जाने की राह में अड़चन पैदा हो गई है। हथियारों के व्यापार संबंधी इस पहले अंतरराष्ट्रीय करार को मंजूरी के लिये संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य देशों के समर्थन की जरूरत है।

यह करार विश्व भर में 70 अरब डालर के परंपरागत हथियार व्यापार को नियंत्रित करने के लिए तैयार किया गया है। इन देशों का कहना है कि यह करार उन समूहों को हथियार बेचने पर रोक लगाने में नाकाम है, जो ‘आक्रामक कार्रवाई’ करते हैं। (एजेंसी)

First Published: Friday, March 29, 2013, 13:46

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