Last Updated: Monday, December 12, 2011, 13:01
बीजिंग : चीन ने आशा व्यक्त की है कि हाल ही में नई दिल्ली में रक्षा मामलों पर हुई उच्चस्तरीय बातचीत ने भारत-चीन रक्षा संबंधों में नई जान फूंक दी है। उसने आशा व्यक्त की है कि इससे दोनों देशों के बीच इस क्षेत्र में सहयोग का विस्तार होगा।
दोनों देशों के बीच नौ दिसंबर को रक्षा मामलों पर बातचीत हुई है। इस वार्ता से ठीक पहले नई दिल्ली में हुए बौद्ध सम्मेलन में दलाई लामा के आने पर चीन की ओर से प्रतिबंध लगाने की मांग के बाद सीमा संबंधी विवाद पर वार्ता का 15वां दौर स्थगित कर दिया गया था।
रक्षा मामलों पर दूसरे दौर की वार्ता के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लियु वेईमीन ने कहा, रक्षा मामलों पर जो वार्ता हुई है उसके बारे में दोनों पक्षों ने खुल कर बातचीत की है। उन्होंने कहा कि चीन को आशा है कि इस वार्ता के परिणामों के अनुरूप दोनों देश रक्षा के मामले में सहयोग को बढ़ाएंगे और इसे नई उंचाईयों तक ले जाएंगे।
रक्षा वार्ता रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के उप प्रमुख जनरल मा जिओतान के बीच नौ दिसंबर को हुई थी।
(एजेंसी)
First Published: Monday, December 12, 2011, 20:31