राक्षसों ने किया सीरिया में नरसंहार: असद

राक्षसों ने किया सीरिया में नरसंहार: असद

राक्षसों ने किया सीरिया में नरसंहार: असदबेरूत : सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने आज इस आरोप का खंडन किया कि पिछले हफ्ते हुए नृशंस हौला नरसंहार से उनकी सरकार का कोई लेना-देना है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि ‘दैत्य’ भी इस तरह का घिनौना अपराध नहीं करेंगे।

टेलीविजन के जरिए संसद में दिए गए भाषण में असद ने कहा कि उनका देश असली युद्ध का सामना कर रहा है। उन्होंने इस रक्तपात के लिए विदेश समर्थित आतंकवादियों और उग्रवादियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सैन्य कार्रवाई जारी रखने का संकल्प जताया।

राष्ट्रपति की हौला नरसंहार के बाद यह पहली टिप्पणी है। उस नरसंहार में सौ से अधिक लोग मारे गए थे जिसमें करीब आधे बच्चे थे। संयुक्त राष्ट्र जांच अधिकारियों ने कहा कि इस बात के पुख्ता संदेह हैं कि सरकार समर्थक बंदूकधारियों ने हत्याओं को अंजाम दिया लेकिन असद ने इसका खंडन किया।

असद ने कहा, अगर दिलों को झकझोर डालने वाले दर्द को हम नहीं महसूस करते हैं तो हम इंसान नहीं हैं। असद ने इससे पहले जनवरी में सार्वजनिक भाषण दिया था।46 वर्षीय असद ने इस बात का खंडन किया कि विद्रोह के पीछे कोई जनता की इच्छा है। उन्होंने कहा कि विदेशी उग्रवादी और आतंकवादी विद्रोह को संचालित कर रहे हैं।

असद की टिप्पणी से लगता है कि असंतुष्टों के हिंसक दमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक निंदा होने के बावजूद वह अपने रुख पर कायम हैं। असद के भाषण में उनके पूर्व के भाषणों की ही ढेर सारी बातें दुहराई गई हैं। इसमें इन घटनाओं के पीछे विदेशी आतंकवादियों और उग्रवादियों का हाथ होने और राष्ट्र की सुरक्षा की रक्षा करने का संकल्प जताना आदि शामिल हैं।

उन्होंने कहा, जैसा हमने खासतौर पर हौला नरसंहार में देखा है, वैसा (अपराध) तो राक्षस भी नहीं करेंगे। इसका वर्णन करने के लिए कोई अरबी या मानवीय शब्द नहीं है। असद ने कहा कि उनके विरोधियों ने सुधार की तरफ उनके कदमों की अनदेखी की है। इसमें नए संविधान पर जनमत संग्रह और हालिया संसदीय चुनाव आदि शामिल हैं।

उधर, जेद्दा में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून ने बढ़ते सीरिया संकट पर व्यापक अंतरराष्ट्रीय वार्ता का आह्वान किया। उन्होंने सुरक्षा परिषद के सदस्यों से संघर्ष प्रभावित देश में संयुक्त राष्ट्र की ओर से कठोर कार्रवाई करने की अरब लीग की मांग पर विचार करने की अपील की।

सउदी बंदरगाह शहर जेद्दा में इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) प्रमुख एकमेलेद्दीन ल्हसानोग्लू के साथ बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, इस वक्त हमारी प्राथमिकता सउदी जनता की मदद करने की है। मैं भावी कार्रवाई पर व्यापक अंतरराष्ट्रीय चर्चा का स्वागत करता हूं। मून ने कहा कि उन्होंने सीरिया में और शांति निगरानीकर्ताओं को उतारने और कोफी अन्नान की छह सूत्री सीरिया शांति योजना को लागू करने के लिए निश्चित समय सीमा निर्धारित करने की मांग पर गौर किया है।

सेंट पीटर्सबर्ग से प्राप्त खबर के अनुसार रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन यूरोपीय संघ प्रमुखों के लिए दो दिवसीय शिखर सम्मेलन की शुरूआत में आज अनौपचारिक रात्रि भोज देंगे। इस शिखर सम्मेलन में सीरिया और ईरान पर विरोधाभासी रुखों के छाए रहने की उम्मीद है। यूरोपीय आयोग प्रमुख जोस मैनुअल बारोसो और यूरोपीय संघ अध्यक्ष हर्मन वैन रोंपी पुतिन के फिर से राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों मुद्दे पर रूस के रुख में नरमी के किसी भी संकेत का पता लगाने की कोशिश करेंगे।

लेकिन पूर्व केजीबी एजेंट सोवियत युग के पूर्व सहयोगी सीरिया के खिलाफ और कार्रवाई का समर्थन करने से इंकार करने के अपने रुख पर दृढ़ता से कायम हैं। मास्को ने आज संकेत दिया कि वह अब भी इसपर समझौता करने के मूड में नहीं हैं।

उधर, जेद्दा में सउदी अरब के विदेश मंत्री सउद अल-फैजल ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद पर समय हासिल करने के लिए दांव चलने का आरोप लगाया। उन्होंने ये बातें संयुक्त राष्ट्र प्रमुख बान की मून के साथ आज संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कही। (एजेंसी)

First Published: Monday, June 4, 2012, 00:43

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