राजकोषीय घाटे को पाटना पहली प्राथमिकता: बाइडेन

राजकोषीय घाटे को पाटना पहली प्राथमिकता: बाइडेन

राजकोषीय घाटे को पाटना पहली प्राथमिकता: बाइडेनवाशिंगटन : अमेरिका के उप राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि पुन: निर्वाचित ओबामा प्रशासन की प्राथमिकताओं की सूची में अब ‘राजकोषीय’ मुद्दा पहला और शीर्ष प्राथमिकता बनने जा रहा है। बाइडेन अगले चार साल भी अपनी पुरानी भूमिका में बने रहेंगे।

सत्ता की कमान फिर से संभालने के तुरंत बाद न केवल राष्ट्रपति बराक ओबामा तत्काल काम में लग गए बल्कि बाइडेन ने भी कई शीर्ष कांग्रेसी नेताओं को फोन कर उनके साथ लंबित मुद्दों और उनके समाधान के तौर तरीकों पर चर्चा की।
बाइडेन ने कल एक संवाददाता से कहा कि मेरा कहना यह है कि हमें बहुत काम करना है। मैंने राष्ट्रपति से बात की। हम वास्तव में आगे बढ़ने को लेकर उत्सुक हैं। सबसे पहले हमें सबसे बड़े मुद्दे को लेना है और वह पहली चीज है राजकोषीय घाटा । मैं समझता हूं कि हम यह कर सकते हैं।

उन्होने कहा कि हमें यह भी देखना है कि रिपब्लिकन सहयोगी क्या करने जा रहे हैं। वे क्या फैसले लेंगे। और 1972 में 3200 मतों से जीत हासिल करने वाला डेमोकेट्र होने के नाते मुझे पता है कि जो कुछ चल रहा है उसे हजम करने में थोड़ा समय लग सकता है। लेकिन मैं बहुत से लोगों से बात कर रहा हूं, बहुत से लोगों को फोन किए हैं। मैं इस पचड़े में नहीं पड़ना चाहता कि कौन क्या है। लेकिन मैं समझता हूं कि जनता जानती है कि हमें काम करना होगा और मुझे लगता है कि वे आगे बढ़ने को तैयार हैं।

बाइडेन ने कहा कि ओबामा प्रशासन देश के समक्ष कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर रिपब्लिकन नेतृत्व के साथ समझौते करने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि हमें भी समझौते करने होंगे। यह ऐसा नहीं है कि हम जाकर करेंगे कि हमारी ये शर्ते हैं। स्वीकार करना है तो करो नहीं तो जाओ। सीनेट में अब हमारी 55 सीटें हैं। (एजेंसी)

First Published: Thursday, November 8, 2012, 09:08

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