Last Updated: Monday, June 11, 2012, 21:49

काठमांडू : नेपाल में जारी राजनीतिक गतिरोध के समाधान में मदद के लिए प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई ने रविवार को करीब दो दर्जन विदेशी राजदूतों से मुलाकात की और संविधान सभा के नए सिरे से चुनाव करवाने के अपने फैसले को सही ठहराया।
भट्टराई ने कहा, संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए विवादास्पद मुद्दों के संदर्भ में प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ बातचीत विफल रही क्योंकि नेपाली कांग्रेस एवं कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल-एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) सहित विपक्षी दलों ने जातीय पहचान आधारित संघीय प्रणाली के प्रावधान वाले संविधान के विचार को खारिज कर दिया।
उन्होंने 22 नवंबर को ताजा चुनाव करवाने के अपने फैसले को उचित ठहराते हुए दावा किया कि निर्धारित समय में नए संविधान का मसौदा तैयार नहीं करने के कारण संविधान सभा के भंग होने के बाद नए चुनाव कराने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार नए चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों के बीच सहमति बनाने के लिए तैयार है। उन्होंने विदेशी राजदूतों एवं दानदाता एजेंसियों के प्रतिनिधियों से कहा, सरकार सभी प्रमुख मुद्दों पर राष्ट्रीय सहमति बनाने के मकसद से उपयुक्त माहौल तैयार करने की जिम्मेदारी उठाने को तैयार है। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 11, 2012, 21:49