Last Updated: Tuesday, October 25, 2011, 05:43
मेलबर्न : पर्थ में होने जा रही राष्ट्रमंडल देशों की सरकारों के प्रमुखों की बैठक से पहले, श्रीलंकाई मूल के एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक ने श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के खिलाफ शहर की एक अदालत में मुकदमा दायर कर उनपर युद्ध अपराध के आरोप लगाए हैं। पर्थ में होने जा रही चोगम (सीएचओजीएम) की बैठक में भाग लेने के लिए राजपक्षे आज ऑस्ट्रेलिया आ रहे हैं।
श्रीलंका में प्रवास के बाद ऑस्ट्रेलिया आए सेवानिवृत्त इंजीनियर जगन वारेन ने मजिस्ट्रेट के समक्ष कहा कि उसने गृह युद्ध खत्म होने के बाद अस्पतालों में और विस्थापितों के शिविर में जो कुछ अपनी आंखों से देखा उसे वह आज तक भूल नहीं पाया है। तमिल अस्पतालों, स्कूलों और विस्थापितों के शिविरों में स्वयंसेवक का काम करने के लिए 2007 में श्रीलंका गए वारेन का आरोप है कि श्रीलंकाई बलों ने असैन्य बुनियादी सुविधाओं जैसे अस्पतालों और शिविरों में सुनियोजित तरीके से हमले किए थे।
एबीसी ने वारेन के हवाले से आज कहा ‘अगर आज वे लोग जीवित हैं तो यह केवल चमत्कार ही है कि वे मरने या घायल होने से बच गए।’ तमिल मूल निवासी वारेन तमिल विद्रोहियों के प्रति सहानुभूति रखता है। तमिल विद्रोहियों ने दशकों तक पृथक तमिल देश की मांग को लेकर हिंसक आंदोलन चलाया और 2009 में श्रीलंकाई बलों ने उन्हें परास्त कर दिया।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 25, 2011, 17:14