Last Updated: Tuesday, January 15, 2013, 18:48

कोलंबो : श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने मंगलवार को अपनी कैबिनेट के विधि सलाहकार को देश का नया मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया जो शिरानी भंडारनायके की जगह लेंगे।
संसद द्वारा श्रीलंका की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश शिरानी पर महाभियोग चलाये जाने को लेकर देश के भीतर और बाहर काफी गुस्सा है।
राजपक्षे ने नये मुख्य न्यायाधीश मोहन पेइरिस को शपथ दिलाई। ब्रिटेन से वकालत की पढाई करने वाले पेइरिस वर्ष 2011 में अटार्नी जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और वह नये मुख्य न्यायाधीश चुने जाने से पहले कैबिनेट के विधि सलाहकार थे।
उन्हें सरकार के भरोसेमंद के तौर पर देखा जाता है।
पेइरिस ने हाल के वषरें में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सत्रों में श्रीलंका के लिए लाबिंग की है। वह श्रीलंका के गृह युद्ध के बाद के सामंजस्य आयोग की सिफारिशें लागू होने की निगरानी कर रहे हैं।
राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों ने कहा कि शिरानी भंडारनायके की बर्खास्तगी के बाद पेइरिस ने आज मुख्य न्यायाधीश का पद संभाला।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिरानी के खिलाफ प्रक्रिया को अवैध ठहराने के बावजूद उन पर महाभियोग की कार्रवाई हुई।
वह भेदभाव का हवाला देते हुए संसदीय जांच को बीच में छोड़कर चली गई थीं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 15, 2013, 18:48