Last Updated: Monday, June 17, 2013, 22:55

तेहरान : ईरान के नव निर्वाचित राष्ट्रपति हसन रूहानी ने विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर शक्तिशाली देशों के साथ एक समझौते तक पहुंच सकने की उम्मीद जताते हुए कहा है कि अधिक पारदर्शी और पारस्परिक विश्वास के साथ एक समझौता किया जाना चाहिए।
ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में विजेता घोषित किए गए रूहानी एक नरमपंथी परंपरावादी धर्मगुरु हैं। रूहानी ने परमाणु मुद्दे पर ईरान के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों को पक्षपातपूर्ण और अनुचित बताया।
रूहानी (64) ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों और जर्मनी (5 प्लस 1) का जिक्र करते हुए कहा कि 5 प्लस 1 के साथ अधिक सक्रियता के साथ वार्ता का विचार है क्योंकि परमाणु मुद्दे का बगैर बातचीत के हल नहीं निकाला जा सकता। सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका हैं। उनकी जीत ने पश्चिमी देशों के साथ संबंधों में तनाव को कम करने की उम्मीद जगाई है लेकिन उन्होंने अपने प्रथम संवाददाता सम्मेलन में आज देश के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को रोकने से इनकार कर दिया।
रूहानी ने यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम बंद करने की अंतरराष्ट्रीय मांग का जिक्र करते हुए कहा कि यह समय समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों के साथ विश्वास बहाली के लिए कई रास्ते हैं। उन्होंने कहा कि ईरान यह जाहिर करने में अधिक पारदर्शी रहेगा कि उसकी गतिविधियां अंतराष्ट्रीय नियमों के दायरे में है।
वहीं, रूहानी ने आधुनिकीकरण के मार्ग का अनुसरण करने का भी संकल्प लिया और देश के परमाणु कार्यक्रम में अधिक से अधिक खुलापन लाने का वादा किया। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 17, 2013, 22:55