Last Updated: Monday, June 17, 2013, 19:46

तेहरान : ईरान के नव निर्वाचित राष्ट्रपति हसन रूहानी ने सोमवार को आधुनिकीकरण के मार्ग का अनुसरण करने का संकल्प लिया और देश के परमाणु कार्यक्रम में अधिक से अधिक खुलापन लाने का वादा किया।
चुनाव में मिली उनकी जीत ने पश्चिमी देशों को ईरान के साथ नयी शुरुआत की उम्मीद जगाई है।
शुक्रवार के चुनाव के बाद रूहानी ने अपने प्रथम संवाददाता सम्मेलन का इस्तेमाल उन विचारों का खाका खींचने के लिए किया जिनके तनाव घटाने वाले अवसरों के तौर पर पश्चिमी देशों द्वारा स्वागत किए जाने की संभावना है। तेहरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम से ये तनाव पैदा हुए थे।
हालांकि, उन्होंने कहा कि वह ईरान के परमाणु संवर्धन कार्यक्रम को रोकने का समर्थन नहीं करेंगे जो ईरान और विश्व की शक्तियों के बीच वार्ता में मुख्य बाधा बना हुआ है।
रूहानी ने सीरिया के बशर असद के साथ ईरान के करीबी गठजोड़ के मुद्दे को यह कह कर टालने की भी कोशिश की कि गृहयुद्ध को समाप्त करने की कोशिश और स्थायित्व बहाली सीरियाई जनता में निहित है।
ईरान के राष्ट्रपति के पास परमाणु कार्यक्रम की दिशा या पश्चिमी देशों के साथ संबंध जैसी बड़ी नीतियों को निर्धारित करने का अधिकार नहीं है। इस तरह के सभी फैसले करने का अधिकार सत्तारूढ़ धर्मगुरुओं और सशक्त रिवोल्युशनरी गार्ड के पास हैं।
हालांकि, रूहानी अपनी जबरदस्त जीत और अपने प्रभावी संपर्कों का इसके लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। रूहानी ने अपने निर्वाचन को एक नये युग की शुरूआत बताया।
उन्होंने कहा कि वह आधुनिकीकरण और न्याय के मार्ग का अनुसरण करेंगे न कि आतंकवाद की राह का। उन्होंने कहा, ‘हमें ईरान और अन्य देशों के बीच पारस्परिक विश्वास बढ़ाना होगा।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, June 17, 2013, 19:46