Last Updated: Monday, March 5, 2012, 12:46
माले : मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद ने अपने मंत्रिमंडल में मामून अब्दुल गयूम के शासनकाल के दो और अधिकारियों को शामिल कर उन्हें विदेश और वित्त मंत्रालय का जिम्मा सौंपा है।
वहीद ने अब्दुल समद अब्दुल्ला को विदेश मंत्रालय सौंपा जो गयूम के शासनकाल में बांग्लादेश में देश के राजदूत थे। उन्होंने अब्दुल्ला जेहाद को वित्त मंत्रालय सौंपा जो गयूम के शासनकाल में 2008 में सेण्ट्रल बैंक के गवर्नर और मंत्री पद संभाल चुके हैं।
इन नियुक्तियों के बाद गयूम शासनकाल के वफादारों का वहीद मंत्रिमंडल में वर्चस्व हो गया है। मंत्रिमंडल में पूर्व तानाशाह गयूम की बेटी धुन्या मामून विदेश राज्य मंत्री के रूप में शामिल हैं।
वहीद ने इससे पहले पूर्व न्याय मंत्री मोहम्मद जमील अहमद को गृह मंत्री तथा गयूम शासनकाल के पूर्व सैन्य अधिकारी मोहम्मद नाजिम को रक्षा एवं राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों का मंत्री नियुक्त किया था।
उन्होंने साथ ही गयूम के प्रवक्ता मोहम्मद हुसैन शरीफ को मानव संसाधन मंत्री तथा गयूम के वकील आजिमा शाकूर को एटर्नी जनरल नियुक्त किया था।
ये नियुक्तियां ऐसे समय हुई हैं जब सरकार समर्थकों तथा अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद नसीद के समर्थकों के बीच मतभेद गहरा गये हैं। एक सर्वदलीय बैठक में भारत की मध्यस्थता वाले करार पर विचार होना था लेकिन उसमें गतिरोध उत्पन्न हो गया।
इस करार के तहत नसीद की मांग के अनुरूप वहीद जल्द चुनाव कराने पर सहमत हो गये थे। पिछले हफ्ते मालदीवियन डेमोकेट्रिक पार्टी (एमडीपी) के सांसदों ने संसद के कामकाज में बाधा उत्पन्न की और राष्ट्रपति को भाषण नहीं देने दिया। एमडीपी नेताओं ने इसबीच धमकी दी है कि अगर राष्ट्रपति चुनाव की तारीख घोषित नहीं की गयी तो वे सरकार को नहीं चलने देंगे। इसके बाद सभी प्रमुख दलों ने अपने प्रतिनिधि वार्ता से वापस बुला लिये है।
सचिवालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि बातचीत अस्थायी तौर पर निलंबित कर दी गयी है। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 5, 2012, 18:16