Last Updated: Tuesday, June 4, 2013, 16:54
लंदन : नौसेना वार रूम लीक मामले के मुख्य आरोपियों में शामिल रवि शंकरन ने मुकदमे का सामना करने के लिए भारत प्रत्यर्पित किए जाने के आदेश के खिलाफ ब्रिटेन में एक अपील दायर की है। ब्रिटेन की गृह मंत्री टेरेसा मे ने शंकरन के भारत प्रत्यर्पित किए जाने के आधिकारिक आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। शंकरन को इसके खिलाफ अपील करने के लिए 14 दिनों का वक्त मिला था।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक अपील दायर की गई है और इस पर कानूनी प्रक्रिया चलेगी। यह मामला अब एक केस मैनेजमेंट कांफ्रेंस (सीएमसी) के पास सुनवाई के लिए जाएगा।
पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल अरूण प्रकाश के करीबी रिश्तेदार शंकरन (49) सीबीआई द्वारा ब्रिटिश सरकार से किए गए सीबीआई के प्रत्यर्पण अनुरोध को कानूनी चुनौती देने पर विचार कर रहे थे। लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में 27 मार्च को जिला न्यायाधीश निकोलस एवांस ने कहा था कि शंकरन के भारत प्रत्यर्पित किए जाने का मार्ग प्रशस्त कर दिया गया है।
इस बीच, सेवानिवृत नौसेना कमांडर को सशर्त जमानत दी गई है। वह वार रूम से हथियारों के सौदागरों को गोपनीय सूचना लीक करने के मामले में एक मुख्य आरोपी हैं। सीबीआई द्वारा मार्च 2006 में मामला दर्ज किए जाने के बाद से वह फरार हैं। उनका पासपोर्ट एक मई को रद्द कर दिया गया था। शंकरन को अप्रैल 2010 में ब्रिटिश अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 4, 2013, 16:54