Last Updated: Tuesday, October 18, 2011, 12:03

प्रिटोरिया : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यूरो क्षेत्र के संकट का असर विकासशील देशों पर पड़ने के प्रति आगाह करते हुए मंगलवार को यूरोप तथा अन्य विकसित देशों से कहा कि वह वैश्विक अर्थव्यवस्था के एक बार फिर मंदी के चक्र में फंसने से रोकने के लिए प्रभावी व त्वरित कदम उठाएं।
उन्होंने कहा कि भारत-ब्राजील व दक्षिणअफ्रीका (इबसा) वैश्विक प्रशासन में कमियों को दूर करने के प्रयासों में एकजुट हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार पर जोर दिया ताकि यह मौजूदा वास्तविकताओं को परिलक्षित करे। वह यहां इब्सा शिखर सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यूरोप में सरकारी ऋण संकट के साथ-साथ अमेरिका, यूरोप व जापान जैसी पारंपरिक रूप से मजबूत अर्थव्यवस्थाओं में मंदी की धारणा से वैश्विक वित्तीय व पूंजी बाजारों में नकारात्मक संदेश जा रहा है जो अब परेशानी का संकेत देने लगे हैं। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के नकारात्मक प्रभावों से विकासशील देश बचे नहीं रह सकते। उनकी अपनी विकासात्मक चुनौतियों से निपटने की क्षमता पर बहुत बुरा असर पड़ा है।
मनमोहन ने कहा कि हमें उम्मीद है कि यूरोप तथा अन्य विकसित देश प्रभावी तथा त्वरित कदम उठाएंगे ताकि पूंजी व वित्तीय बाजारों को शांत किया जा सके तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था को एक बार फिर मंदी के च्रक में फंसने से रोका जा सके।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 18, 2011, 17:35