Last Updated: Saturday, March 16, 2013, 19:28
वेटिकन सिटी : वेटिकन ने नव निर्वाचित पोप फ्रांसिस पर अर्जेंटीना के कुछ लोगों द्वारा लगाए गए उस आरोप का खंडन किया है जिसमें वर्ष 1976-83 में वामपंथी विपक्षियों के खिलाफ कारवाई के दौरान सैन्य तानाशाही की चुनौतियों का सामना करने में उनकी नाकामी की बात कही गई थी।
वेटिकन के प्रवक्ता फेडरिको लोम्बार्डी ने कहा कि आरोप का स्पष्ट और दृढ़ रूप से खंडन किया जाता है।
फ्रांसिस के आलोचकों ने आरोप लगाया था कि बुएनोस आयर्स के पूर्व आर्कबिशप जॉर्ज मार्टियो बर्गोग्लियो उर्फ फ्रांसिस, सेना का विरोध करने वाले पादरियों की रक्षा में नाकाम रहे तथा तानाशाही के लिए गिरिजाघर के समर्थन के बारे में काफी कम बातें कही हैं।
यह आरोप उन पर तब लगाए गए जब वर्ष 1973-1979 में वह अर्जेटीना में येशु समाज के प्रमुख थे।
उस दौरान दो पादरियों का वर्ष 1976 में अर्जेटीना के सैनिकों द्वारा अपहरण कर लिया गया था तथा हिरासत में छह महीने तक उन्हें यातना दी गई थी लेकिन फ्रांसिस उनकी रक्षा नहीं कर पाए थे। फ्रांसिस ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को झूठा करार दिया है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 16, 2013, 19:28