Last Updated: Saturday, April 27, 2013, 00:50
लाहौर : भारतीय कैदी सरबजीत सिंह के वकील ने कहा है कि अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के बाद उनके मुवक्किल ने अपने एक सह कैदी से जान के खतरे के बारे में बात कही थी, लेकिन पाकिस्तान प्रशासन उसे उचित सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहा।
सरबजीत के वकील ओवैस शेख ने कहा कि अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के बाद सरबजीत ने मुझसे और एक सीआईडी अधिकारी को बताया था कि कोट लखपत जेल में एक कैदी ने उसे जान से मारने की धमकी दी है। मैंने यह बात जेल प्रशासन और पंजाब प्रांत के गृह विभाग को बताई, लेकिन उसकी सुरक्षा सख्त नहीं की गई। संसद हमले के दोषी अफजल गुरू को इस साल के शुरू में फांसी दी गई थी। लश्कर-ए-तोएबा और कुछ दूसरे आतंकी संगठनों ने अफजल की फांसी का बदला लेने की धमकी दी थी।
कोट लखपत जेल में भारतीय कैदी चमेल सिंह की मौत के बाद ओवैस शेख ने लाहौर हाईकोर्ट में आवेदन दायर कर मांग की थी कि सरबजीत की सुरक्षा बढ़ाई जाए। शेख ने कहा कि सरबजीत पर हमले के लिए जेल प्रशासन जिम्मेदार है। हमले के समय जेल के कर्मचारी कहां थे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 27, 2013, 00:50