Last Updated: Thursday, April 11, 2013, 16:27

लंदन : आयरलैंड के कथौलिक देश होने के नाते भारतीय दंत चिकित्सक सविता हल्लपनवार से गर्भपात नहीं करने की मजबूरी जताने वाली दाई (नर्स) ने माफी मांगी है। ऐन्न मारिया बुर्के ने स्वीकार किया है कि उसने यह टिप्पणी सविता हल्लपनवार के मृत शिशु पैदा होने और उसकी मौत के कुछ दिन पहले की थी। घटना यूनिवर्सिटी हास्पिटल गालवे की है।
आयरिश मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वरिष्ठ नर्स ने कहा कि जब 31 वर्षीय सविता ने कहा कि वह हिंदू है और अपने देश में वह गर्भपात करा सकती थी तो उसने उसे देश के कानून के बारे में बताने का प्रयास किया।
बुर्के ने गालवे के कोरोनर डॉ. सियारान मैकलोगलिन को बताया, ‘मैंने कहा था कि यह एक कैथोलिक देश है। मैंने दुखद स्थिति में यह बात कही थी। यह हमारे बीच बातचीत का हिस्सा थी।’ बुर्के ने कहा, ‘मुझे अफसोस है कि मैंने ऐसा कहा था।’
पिछले वर्ष 21 अक्तूबर को दर्द उठने पर अस्पताल में भर्ती कराए जाने के दौरान हल्लपनवार 17 हफ्ते की गर्भवती थी। तीन दिन बाद उसके एक मृत बच्ची पैदा हुई और प्रसव के तुरंत बाद उसे आईसीयू में ले जाया गया जहां उसकी हालत नाजुक बनी रही। 28 अक्तूबर को सविता की रक्त के संक्रमण सेप्टिसिमिया के कारण दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 11, 2013, 10:49