Last Updated: Tuesday, March 20, 2012, 14:45
बीजिंग: चीन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि उनके देश और भारत ने सीमा विवाद एवं धर्मशाला में दलाई लामा की मौजूदगी के मुद्दों को को लेकर राष्ट्रपति हू जिंताओं की यात्रा से पहले सही कदम उठाए हैं। जिंताओ ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए अगले सप्ताह नयी दिल्ली पहुंच रहे हैं। यह सम्मेलन 28-29 मार्च को है।
चीन के विदेश मंत्रालय में एशियाई मामलों के विभाग के महानिदेशक लुओ झाओहुई ने कहा, हमने दोनों ही मुद्दे पर सही कदम उठाए हैं। सीमावर्ती इलाकों में हमने शांति एवं स्थिरता को बरकरार रखा है। हम भारत के उस रुख की सराहना करते हैं कि तिब्बत चीन का एक अभिन्न अंग है। भारत दलाई लामा को चीन के खिलाफ अलगाववादी गतिविधियों के लिए इजाजत नहीं देता।
लुओ उस सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें उनसे पूछा गया था कि ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान सीमा विवाद एवं दलाई लामा के मुद्दों लेकर भारत-चीन के बीच द्विपक्षीय टकराव तो नहीं होगा। इस शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के साथ ही जिंताओ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करेंगे। इसमें द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
लुओ ने कहा, हम चीन और भारत के बीच मित्रता एवं सहयोग के आधिकारिक शुरुआत की उम्मीद करते हैं। वार्ता के दौरान द्विपक्षीय सहयोग की कुछ विशेष बातें भी शामिल रहेंगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 20, 2012, 20:33