Last Updated: Saturday, August 4, 2012, 10:46

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सीरिया में हिंसा को रोकने और राजनीतिक बदलाव की हिमायत करने वाले प्रस्ताव को भारी बहुमत से स्वीकार कर लिया, हालांकि भारत इस पर हुए मतदान से अलग रहा।
महासभा ने सीरिया में चल रही हिंसा पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए इस प्रस्ताव को स्वीकार किया। 193 सदस्यों वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा में 133 मत इस प्रस्ताव के पक्ष में पड़े, जबकि भारत सहित 31 देश मतदान से अलग रहे। इस प्रस्ताव का मसौदा सउदी अरब ने तैयार किया था। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद पद छोड़ दें और संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों की ओर से इस संकटग्रस्त राष्ट्र के साथ राजनयिक संबंधों को बरकरार रखा जाए।
यह प्रस्ताव कानूनी तौर पर बाध्यकारी नहीं है, बल्कि नैतिकता से जुड़ा है। इस प्रस्ताव में यह भी मांग की गई है कि सीरिया अपने रासायनिक और जैविक हथियारों को त्यागे। इस प्रस्ताव को लेकर संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह प्रस्ताव 22 जुलाई के अरब लीग के प्रस्ताव का हवाला देता है जिसमें असद से पद छोड़ने और संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से सीरिया के साथ राजनयिक रिश्ते एवं संपर्क को कायम रखने का आह्वान किया गया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 4, 2012, 10:46