Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 10:13
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने बुधवार को कहा कि अदालत की अवमानना के मामले में वह कल सुप्रीम कोर्ट में पेश होंगे। यह मामला गिलानी का भविष्य तय कर सकता है।
मंत्रिमंडल की एक बैठक में गिलानी ने कहा, मैं कल सुप्रीम कोर्ट में पेश होउंगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने न्यायपालिका का हमेशा सम्मान किया है, उसके आदेशों का पालन किया है और आगे भी करेगी।
न्यायमूर्ति नसीर उल मुल्क की अगुवाई वाली सात न्यायाधीशों की पीठ ने गिलानी के खिलाफ अदालत की अवमानना के मामले में कल अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
गिलानी के खिलाफ यह मामला, राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फिर से खोलने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन न करने की वजह से शुरू किया गया था।
गिलानी को अगर दोषी ठहराया गया तो उन्हें छह माह की सजा हो सकती है और उन्हें अयोग्य ठहराया जा सकता है ।
कल सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति नसीर उल मुल्क ने गिलानी के वकील ऐतजाज एहसन से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि बृहस्पतिवार को फैसला सुनाए जाते समय गिलानी अदालत में मौजूद रहें।
सुप्रीम कोर्ट सरकार पर दिसंबर 2009 से जरदारी के खिलाफ कथित धन शोधन के मामले फिर से खोलने के लिए सरकार पर दबाव डाल रहा है, जब उसने पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ द्वारा जारी भ्रष्टाचार के मामलों में माफी संबंधी आदेश को रद्द किया था। गिलानी ने जरदारी के खिलाफ मामले फिर से खोलने से इंकार करते हुए कहा था कि राष्ट्रपति होने के नाते उन्हें देश और विदेश में इससे छूट मिली हुई है।
इससे पहले गिलानी दो बार अदालत में पेश हुए और मुकदमा लड़ने का फैसला किया था। 13 फरवरी को उन पर अदालत की अवमानना के औपचारिक आरोप लगाए गए तो उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फिर से खोलने के लिए स्विस अधिकारियों से कहने के बजाय जेल जाना चाहेंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 25, 2012, 15:43