Last Updated: Tuesday, October 30, 2012, 22:59

न्यूयार्क : अमेरिका में चक्रवाती तूफान सैंडी के कारण दक्षिणी न्यूजर्सी और पूर्वी तटीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश और काफी तेज हवाओं ने कहर बरपा दिया जिसमें कम से कम 17 लोग मारे गए हैं। तूफान से लाखों लोग अंधेरे में रहने को विवश हैं तथा दो दिनों से न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज भी बंद है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसे ‘बड़ी त्रासदी’ करार दिया।
न्यूजर्सी में तूफान की रफ्तार 80 मील प्रतिघंटे थी। इस इलाके में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं। तटीय क्षेत्रों में अप्रत्याशित तौर पर 13 फुट तक की उंची लहरें उठी। इस तूफान के कारण छह नवंबर होने वाले राष्ट्रपति चुनाव का प्रचार अभियान भी थम गया है।
प्रचार अभियान को बीच में ही रोककर व्हाइट हाउस लौटे ओबामा ने न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी प्रांतों में इस तूफान को ‘बड़ी त्रासदी’ करार दिया है।
उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी ने भी तूफान की वजह से अपना प्रचार अभियान बीच में ही रोक दिया है। तूफान के कारण अमेरिका में लगातार दूसरे दिन भी शेयर बाजार बंद रहा। 1988 के बाद पहली बार न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज लगातार दो दिन बंद रहा।
तूफान से अब तक 10 से 20 अरब डालर के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। सीबीएस न्यूज के अनुसार न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, मैरीलैंड, नॉर्थ कैरोलिना, वेस्ट वर्जीनिया, पेंसिलवानिया और कनेक्टीकट में 17 लोगों की मौत हुई है। कनाडा में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है।
पिछले कुछ वषरें में अमेरिका के पूर्वी तट पर यह सबसे भीषण तूफान है। शुरूआती घंटों में इस तूफान ने तटीय क्षेत्र के शहरों को अपनी जद में ले लिया। अमेरिकी परमाणु नियामक आयोग (एनआरसी) ने न्यू जर्सी के ओस्टर क्रीक परमाणु बिजली संयंत्र में आपात स्थिति घोषित कर दी है। यहां भी पानी जमा हो गया। कुछ संयंत्र ईंधन भरे जाने के कारण सामान्य रूप से अभी बंद है। तूफान के कारण किसी संयंत्र को बंद नहीं किया गया है।
एनआरसी ने कहा है कि सभी संयंत्र अभी सुरक्षित हैं और किसी भी प्रतिकूल हालात से निपटने के लिए आपात उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं। ग्राउंड जीरो भी बाढ के पानी से भर गया है। इसी जगह 9/11 का आतंकी हमला हुआ था। मैनह्टटन में कुछ भवनों के जमींदोज होने की जानकारी मिली है।
तूफान के कारण बिजली व्यवस्था ध्वस्त होने के बाद प्रशासन ने न्यूयार्क सिटी अस्पताल के करीब 200 मरीजों और कर्मचारियों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। न्यूयार्क और न्यूजर्सी में रिकार्ड बारिश हुयी और प्रमुख परिवहन सेवाओं को बंद करना पड़ा। क्षेत्र में न्यूयार्क सिटी के जॉन एफ केनेडी एयरपोर्ट और अन्य एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया। तूफान प्रभावित इलाकों में 13,000 से ज्यादा उड़ानों को रद्द किया गया है।
अमेरिका के 12 से ज्यादा राज्यों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गयी है। नार्थ कैरोलीना और न्यू हैंपशायर से लेकर समूचे पूर्वी तट पर करीब पांच करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। वाशिंगटन डीसी, फिलाडेल्फिया और न्यूयार्क में मास ट्रांजिट सिस्टम को बंद कर दिया है जिससे रोजाना 1.10 करोड़ लोग अपने गंतव्य की ओर आते जाते हैं। इन राज्यों में स्कूल बंद है जिससे 47 लाख बच्चे प्रभावित हुए हैं।
संघीय आपदा प्रबंधन एजेंसी ने जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए पानी, भोजन, कंबल आदि की व्यवस्था की है। पेंटागन ने कहा है कि उसने बचाव और तलाशी अभियान के लिए 140 से ज्यादा हेलिकॉप्टरों को तैयार रखा है वहीं नेशनल गार्ड फोर्स के जवान ड्यूटी पर मुस्तैद हैं। पिछले साल जापान की फुकुशिमा त्रासदी को देखते हुए अमेरिकी परमाणु नियामक आयोग ने सैंडी से प्रभावित इलाकों के परमाणु संयंत्रों में निरीक्षकों को तैनात किया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 30, 2012, 20:01