सैनिकों की तैनाती पर पाक सेना-चुनाव आयोग की बैठक

सैनिकों की तैनाती पर पाक सेना-चुनाव आयोग की बैठक

इस्लामाबाद : पाकिस्तानी सेना और चुनाव आयोग मई में होने वाले आम चुनावों को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए जल्दी ही एक बैठक करेंगे। इस बैठक में आगामी चुनावों में सैनिकों की तैनाती के बारे में फैसला किया जाएगा।

इंटर सर्विसेज़ पब्लिक रिलेशंस के मेजर जनरल असीम सलीम बाजवा ने कहा, ‘‘हमने सुरक्षा के लिए पाकिस्तान के चुनाव आयोग को हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।’’ चुनाव आयोग ने सैन्य अधिकारियों के साथ इस संबंध में एक बैठक भी की है और सुरक्षा के लिए जवानों की तैनाती के मसले पर शीघ्र ही एक और बैठक आयोजित की जाएगी।

बाजवा ने ‘द न्यूज डेली’ को बताया कि चुनाव आयोग सेना को उन मतदान केंद्रों की जानकारी देगा जो ‘संवेदनशील’ और ‘अति संवेदनशील’ हैं तथा जहां शांतिपूर्ण ढंग से मतदान सुनिश्चित करने के लिए विशेष सुरक्षा इंतजामों की जरूरत है।

उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद सेना के लिए जरूरी सुरक्षा की योजना बनाना आसान हो जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग को जरूरत हुई तो मतपत्रों को विभिन्न इलाकों तक ले जाने के लिए जरूरी सुरक्षा मुहैया कराने के लिए भी सैनिकों से कहा जाएगा।

बाजवा ने कहा कि सुरक्षा में तैनात किए जाने वाले सैनिकों की संख्या का अंदाजा लगाना अपिरपक्वता कहलाएगी। यह तस्वीर तभी साफ हो सकेगी जब मतदान के पैनल की ओर से की गई मांग का पता हमें चल जाएगा।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए जितने सैनिकों की जरूरत होगी, सेना उसे उपलब्ध कराएगी। पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ तालमेल करके सेना चुनावों की पूरी सुरक्षा योजना की तैयारी करेगी। संविधान के अनुरूप थलसेना को ‘नागरिक बलों की मदद’ के लिए बुलाया जाएगा।

बाजवा ने कहा कि देश में मौजूदा सुरक्षा हालात के मद्देनज़र कुछ इलाकों की सुरक्षा एक ‘चुनौती’ होगी। विश्लेषकों का मानना है कि बलूचिस्तान, खबर-पख्तूनख्वा, पंजाब प्रांत के कुछ हिस्सों में और कराची में चुनाव आयोग के सामने चुनौतियां पेश आएंगी। मौजूदा सरकार 16 मार्च को अपना पांच वर्षीय कार्यकाल पूरा कर लेगी और मई में आम चुनाव होने की संभावना है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, March 13, 2013, 18:02

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