`सैन्य नीति को पुन: परिभाषित करने का वक्त`

`सैन्य नीति को पुन: परिभाषित करने का वक्त`

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने आगाह किया है कि ‘विनाशकारी ताकतें’ व्यवस्था को पटरी से उतारना चाहती हैं और पाकिस्तान को आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी सैन्य नीति को समग्र रूप से पुन: परिभाषित करने की जरूरत है।

अशरफ ने कहा,‘हमें एक ऐसी नीति पर काम करने की आवश्यकता है जो समग्र रूप से (आतंकवाद से) निपट सके। हमें इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए अपने सैन्य सिद्धांत को पुन: परिभाषित करने और इसका फिर से खाका तैयार करने की आवश्यकता है।’

प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी में अपने संबोधन में कहा कि विनाशकारी ताकतें अफरा-तफरी, अनिश्चितता और अस्थिरता का माहौल पैदा करना चाहती हैं। इस तरह की सभी ताकतों से लड़े जाने की जरूरत है, जो व्यवस्था को पटरी से उतारना चाहती हैं।

अशरफ की टिप्पणी हाल में तालिबान की ओर से हमलों में बढ़ोतरी और इन खबरों के मद्देनजर आई है कि पाकिस्तानी सेना ने अपनी नीति में बड़ा फेरबदल करते हुए देश के आतंकी समूहों और अंदरूनी खतरों को सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा को सरकार से इतर तत्वों से खतरा है जो ‘अपना एजेंडा थोपने के लिए देश के प्रतीकों और प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे हैं।’ यह एक ऐसा दुश्मन है ‘जो अनाम और अज्ञात’ है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, January 5, 2013, 16:47

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