Last Updated: Friday, September 7, 2012, 16:15

इस्लामाबाद : विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा ने तीन दिवसीय दौरे पर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचने के बाद शुक्रवार को कहा कि भारत एक स्थिर पाकिस्तान देखना चाहता है, जो सभी के हित में होगा।
कृष्णा ने कहा, मैं एक स्थिर व समृद्ध पाकिस्तान को स्वयं में शांति तथा दुनिया में शांति के साथ रहते देखने की भारत की इच्छा को दोहराना चाहता हूं। यह हर किसी के हित में होगा।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की निदेशक (दक्षिण एशिया) जहरा अकबरी और भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान बशीर ने इस्लामाबाद पहुंचने पर कृष्णा की अगवानी की।
कृष्णा ने कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण द्विपक्षीय संवाद के लिए वचनबद्ध है।
कृष्णा ने कहा, भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व को हमारे दोनों देशों के बीच विश्वास निर्माण का अधिकार मिला हुआ है। कृष्णा शनिवार को यहां पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के साथ बातचीत करेंगे।
कृष्णा ने कहा, हम एक शांतिपूर्ण द्विपक्षीय संवाद के जरिए उन सभी मुद्दों का समाधान निकालने के लिए वचनबद्ध हैं, जो हमारे रिश्ते में रोड़ा बने हुए हैं। हम ऐसे भविष्य की आशा करते हैं, जहां हमारे दोनों देश मित्रता और सर्वांगीण सहयोग तथा आतंकवाद व हिंसा से मुक्त वातावरण में एकसाथ रह सकें।
कृष्णा ने कहा कि वह पाकिस्तान के लोगों के लिए भारत से सद्भावना का संदेश लेकर आए हैं। वह खार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करके बहुत खुश हैं।
भारतीय पक्ष बातचीत के दौरान आतंकवाद, खासतौर से 26/11 के मुम्बई हमले के दोषियों के मुकदमे में तेजी लाने के मुद्दे उठा सकता है। पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों से उपज रहे आतंकवाद के खतरों पर भारत की चिंता को भी सामने रखा जाएगा।
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि दोनों देशों के बीच संवाद प्रक्रिया की दूसरे दौर की समीक्षा के दौरान आतंकवाद प्रमुख मुद्दा रहेगा। इसके पहले फरवरी 2011 में दोनों देशों के बीच संवाद प्रक्रिया की समीक्षा हुई थी।
दोनों देशों के विदेश सचिवों (भारत के रंजन मथाई और पाकिस्तान के जलील अब्बास जिलानी) के बीच शुक्रवार को ही मुलाकात होगी, जबकि कृष्णा पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के साथ शनिवार को बातचीत में हिस्सा लेंगे।
दोनों विदेश मंत्री शनिवार को भारत-पाकिस्तान संयुक्त आयोग के पूर्ण सत्र की सहअध्यक्षता भी करेंगे।
कृष्णा रविवार को स्वदेश लौटते समय कुछ समय के लिए लाहौर में रुकेंगे। स्वदेश लौटने से पहले वह राजनीतिक, व्यापारिक और समाज के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। इसके पहले वह जुलाई 2011 में पाकिस्तान गए थे।
बाताचीत के दौरान विश्वास कायम करने के उपायों, कैदियों की रिहाई तथा व्यापार व सीमा सम्बंधी मुद्दे भी उठ सकते हैं। 60 से अधिक मीडियाकर्मी कृष्णा के साथ हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 7, 2012, 16:15