Last Updated: Sunday, September 16, 2012, 17:44

तेहरान : ईरान की शक्तिशाली रिवॉल्यूशनरी गार्डस ने रविवार को चेतावनी दी कि अगर उस पर हमला किया गया तो वह हरमुज जलडमरूमध्य, पश्चिम एशिया में अमेरिकी ठिकानों और इजरायल को निशाना बनाएगा।
तेहरान में संवाददाता सम्मेलन में जनरल मोहम्मद अली जाफरी ने यह भी कहा कि सैन्य कार्रवाई के लिए अगर उसे निशाना बनाया गया तो ईरान परमाणु अप्रसार संधि को त्याग देगा।
इस चेतावनी ने ईरान और उसके विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव को रेखांकित किया है। उसके बारे में इजरायल ने चेतावनी दी है कि वह अमेरिकी मदद से या बिना अमेरिकी मदद के हवाई हमलों के जरिए उसे बाधित कर सकता है।
जाफरी ने कहा कि अगर ईरान पर हमला किया गया तो हरमुज जलडमरूमध्य को वह निशाना बनाएगा। गौरतलब है कि हरमुज जलडमरूमध्य से दुनिया के एक तिहाई तेल की ढुलाई होती है।
उन्होंने कहा, यह ईरान की घोषित नीति है कि अगर क्षेत्र में युद्ध होता है और इस्लामी गणराज्य उसमें शामिल होता है तो यह स्वाभाविक है कि हरमुज जलडमरूमध्य के साथ-साथ ऊर्जा (बाजार) को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
जाफरी ने कहा कि बहरीन, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब में अमेरिकी ठिकानों को भी ईरानी मिसाइलें और बल जवाबी कार्रवाई के तहत निशाना बनाएंगी।
उन्होंने कहा कि तेहरान का मानना है कि इजरायल ईरान के परमाणु संयंत्रों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका पर असफल दबाव बना रहा है।
उन्होंने कहा, मैं नहीं मानता कि अमेरिकी अनुमति के बिना हमले को अंजाम दिया जाएगा। बहरहाल, अगर इजरायली लड़ाकू विमानों या मिसाइलों ने इराक पर हमला किया तो उसके आकार को देखते हुए इजरायल का कुछ भी नहीं बचेगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 16, 2012, 17:44