Last Updated: Saturday, September 8, 2012, 19:30

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक ने शनिवार को कहा कि मुम्बई के 26/11 जैसे हमलों से बचने के लिए भारत को पाकिस्तान से खुफिया जानकारियों को साझा करना चाहिए।
भारत के साथ वीजा समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद मलिक ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, एक अच्छी बात यह है कि दोनों देश कश्मीर सहित सभी मुद्दों पर बातचीत करने को तैयार हैं।
ज्ञात हो कि भारतीय विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा तीन दिनों की पाकिस्तान यात्रा पर है। वीजा समझौते पर कृष्णा और मलिक ने हस्ताक्षर किए।
इस मौके पर मलिक ने घोषणा की कि पाकिस्तानी जेलों में बंद भारतीय मछुआरों को आज छोड़ा जा रहा है। यह सद्भावना के तहत कृष्णा के दौरे के सम्मान में लिया गया फैसला है।
मुम्बई हमले पर मलिक ने कहा, गवाहों की जांच के लिए हमने दूसरे न्यायिक आयोग को भारत का दौरा करने को कहा है।
उन्होंने कहा, भारत की जनता और वहां के नेतृत्व को मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम मुम्बई हमले के दोषियों को कटघरे में खड़ा करने को लेकर बहुत उत्सुक हैं।
मलिक ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को आतंकवादियों के संबंध में हमें खुफिया जानकारी साझा करनी चाहिए ताकि मुम्बई जैसे हमले फिर न हों। उन्होंने आतंकवाद को `बड़ी समस्या` करार दिया।
पाकिस्तान की जेल में बंद और मृत्युदंड का सामना कर रहे सरबजीत सिंह के बारे में मलिक ने कहा, इसका रास्ता निकाल रहे हैं। उसके मृत्युदंड पर सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला दिया है और इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया का पालन करना होगा।
कृष्णा ने शुक्रवार को पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से आग्रह किया था कि वह सरबजीत सिंह की दया याचिका स्वीकार कर लें। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 8, 2012, 19:30