‘26/11 के अन्य आरोपी भी आएंगे न्याय की जद में’

‘26/11 के अन्य आरोपी भी आएंगे न्याय की जद में’

शिकागो : अमेरिका ने कहा है कि वह मुंबई हमले के अन्य छह आरोपियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए लगातार प्रयास करता रहेगा जिनमें लश्कर-ए-तोएबा के नेता भी शामिल हैं।

मुम्बई हमलों के मामले में शिकागो की अदालत द्वारा डेविड हेडली को 35 वर्ष कैद की सजा सुनाए जाने के बाद कार्यवाहक अमेरिकी अटॉर्नी गरी एस शैपिरो ने संवाददाताओं से कहा कि वे भगौड़े हैं। अगर हम उन तक कभी पहुंच पाए तो यकीनन उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश करेंगे अथवा जिस देश में गिरफ्तार होंगे वहां से उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित कराने की कोशिश करेंगे ताकि यहां उन पर मुकदमा चलाया जा सके।

तहव्वुर राणा और हेडली के अतिरिक्त इस मामले में जिन छह अन्य लोगों के नाम हैं उनमें इलियास कश्मीरी, अब्दुर रहमान हाशिम सईद उर्फ पाशा, साजिद मीर, अबू काहफा, मजहर इकबाल और मेजर इकबाल शामिल हैं। राणा को पिछले सप्ताह सजा सुनाई गई थी जबकि हेडली को सजा कल ही सुनाई गई है। इन आरोपियों में से एक आरोपी इलियास कश्मीरी के अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने की खबर है जबकि पांच अन्य के पाकिस्तान में होने की खबरें हैं।

शैपिरो ने कहा कि कई लोग सोचते हैं कि ये सब बेकार की कोशिशें हैं और अमेरिकी सरकार कभी इन भगोड़ों को पकड़ नहीं पाएगी लेकिन आप यह सब पंद्रह साल पहले कोलंबिया में मादक पदार्थ माफियाओं के बारे में भी कह सकते थे, दस साल पहले मेक्सिको के मादक पदार्थ समूहों के सदस्यों के बारे में भी कह सकते थे। लेकिन इन देशों में तेजी से बदलाव आया और हमने वहां के कई दोषियों को अमेरिका प्रत्यार्पित कराया। उन्होंने कहा कि इसलिए हमें उम्मीद है कि हम उन पर मुकदमा चला सकते हैं। इसके लिए हम उनकी खोज में लगे हैं।

एक प्रश्न के जवाब में शैपिरो ने कहा कि हमारी जांच से क्या नतीजे निकलेंगे इसके बारे कोई पूर्व धारणा न बनाते हुए हम जांच में लगे हैं। एफबीआई की ओर से शिकागो अदालत में 21 अप्रैल 2011 को दाखिल आरोप पत्र के अनुसार, साजिद मीर पाकिस्तान का निवासी है और लश्कर-ए-तोएबा से संबंधित है। मीर को हेडली और उन अन्य मुख्य आतंकियों का आका माना जाता है, जिन्हें लश्कर-ए-तोएबा के आतंकी हमलों के लिए योजना बनाने, तैयारी करने और हमलों को अंजाम देने का निर्देश दिया गया था।

पाकिस्तान निवासी अबू काहफा भी लश्कर-ए-तोएबा से संबंद्ध है और उसने आतंकी हमलों के लिए आतंकियों को प्रशिक्षित किया था। अन्य आरोपी मजहर इकबाल भी पाकिस्तान का निवासी है और वह लश्कर-ए-तोएबा के कमांडारों में से एक था । एफबीआई ने अपने दूसरे अ5यारोपण में कहा कि ‘मेजर इकबाल’ के नाम से पहचाने जाने वाले व्यक्ति ने लश्कर-ए-तोएबा द्वारा किए गए हमलों की योजना बनाने और इसके लिए धन उपलब्ध कराने का काम किया। एक खबर के अनुसार, मेजर इकबाल आईएसआई का सेवारत अधिकारी है और हेडली का आका था । ऐसा पहली बार है जब अमेरिकी सरकार ने पाकिस्तान के किसी सेवारत खुफिया अधिकारी पर आतंकवाद से जुड़े होने का आरोप लगाया है।

इसमें कहा गया कि मेजर इकबाल पर मुंबई हमले में मारे गए छह अमेरिकी नागरिकों की हत्या का आरोप है। अमेरिका की ओर से बार-बार उसकी गिरफ्तारी के अनुरोध को पाकिस्तान ठुकरा चुका है। पश्चिमी और भारतीय अधिकारियों के अनुसार, मेजर इकबाल अभी भी आईएसआई का अधिकारी है। मुंबई हमलों के दौरान टेलीफोन पर निर्देश देने वाला साजिद मीर अभी भी आतंकी संगठन चला रहा है। अदालती दस्तावेजों के अनुसार, कश्मीरी को दो मामलों में अ5यारोपित किया गया। इनमें से एक ‘डेनमार्क में हत्या और लोगों को घायल करने की साजिश रचने’ और ‘डेनमार्क में आतंकवाद फैलाने के लिए साजो सामान उपलब्ध कराने का षड्यंत्र रचना’ शामिल है।

अब्दुर रहमान हाशिम सईद को दो मामलों में जबकि साजिद मीर को 12 मामलों में अ5यारोपित किया गया। अबू काहफा को 10 , मजहर इकबाल को भी 10 और मेजर इकबाल को आठ मामलों में अ5यारोपित किया गया। (एजेंसी)

First Published: Friday, January 25, 2013, 13:14

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