Last Updated: Friday, March 22, 2013, 19:25

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के अभियोजकों ने एक अदालत से 2008 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी लश्कर-ए-तैयबा के संचालन कमांडर जकीउर रहमान लखवी सहित सात लोगों की आवाज के नमूने लेने की अनुमति मांगी है। उनका कहना है कि इससे उनकी अभियोजन प्रक्रिया में तेजी आएगी।
संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के विशेष अभियोजक चौधरी जुल्फिकार अली ने इस संबंध में एक याचिका दायर की है जिसे कल इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने नियमित सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया।
अभियोजकों ने एक अन्य आवेदन ने अदालत से अनुरोध किया कि संदिग्ध आतंकवादी भारतीय नागरिक फहीम अंसारी को भगोड़ा घोषित किया जाए।
एफआईए की ओर से आवाज के नमूने मांगते हुए दायर की गई याचिका पर दो न्यायाधीशों की पीठ ने सात संदिग्धों को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है।
चौधरी जुल्फिकार अली ने कहा कि आवाज के नूमने सात संदिग्धों को न्याय की जद में लाने में मददगार होंगे। इन सभी के खिलाफ वर्ष 2009 से सुनवायी चल रही है।
उन्होंने कहा,‘भारत सरकार ने यहां सुनवायी का सामना कर रहे सात संदिग्धों की कथित आवाज के नमूने भेजे हैं। यदि अदालत हमें उनकी आवाज के नमूने लेने की अनुमति दे तो सच सबके सामने आ जाएगा।’
एफआईए लंबे समय से इन सात आरोपियों की आवाज के नमूने मांग रहा है ताकि भारत द्वारा उपलब्ध कराई गई रिकार्डिंग से उनका तुलनात्मक अध्ययन किया जा सके।
इस रिकार्डिंग में मुंबई में हमलावरों और कराची में नियंत्रण कक्ष में बैठे उनके आकाओं के बीच का संवाद भी शामिल है ।
पाकिस्तान के वर्तमान आतंकवाद निरोधक कानूनों की खामियों का उपयोग करके सात संदिग्धों के वकील ने उनके आवाज के नमूने लेने के पिछले प्रयासों को रोक दिया था। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 22, 2013, 19:25