Last Updated: Friday, November 25, 2011, 17:54
इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने भारत से वर्ष 2008 के मुम्बई हमले के आरोपियों के खिलाफ ‘भरोसेमंद सबूत’ पेश करने को कहा है कि ताकि ये लोग अदालत से अपनी रिहाई हासिल नहीं कर सकें। गृहमंत्री रहमान ने कहा, ‘पाकिस्तान ने भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूतों के आधार पर जमात उद दवा के प्रमुख हाफिज मोहम्मद सईद और मुम्बई हमले के अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन संदिग्ध छूट गए क्योंकि भारत द्वारा दी गई सूचना अस्पष्ट और नाकाफी थीं।’
मलिक ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘पाकिस्तान भारत द्वारा प्रदान की गई सूचना के आधार पर कार्रवाई करने को तैयार है और ये सूचनाएं अदालत में भी जरूरी हैं।’ हाफिज सईद की गतिविधियों के बारे में एक सवाल के जवाब में गृहमंत्री ने कहा कि जेयूडी प्रमुख को अदालत ने रिहा किया है। भारत सईद को मुम्बई हमले का मुख्य साजिशकर्ता बताता है।
मलिक ने कहा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र है और अदालत स्वतंत्र रूप से निर्णय करने को मुक्त हैं। मुम्बई हमले के बाद सईद को नजरबंद कर दिया गया, लेकिन छह माह बाद लाहौर हाईकोर्ट के आदेश पर उसे रिहा कर दिया गया। पाकिस्तान प्रशासन ने मुम्बई हमले की साजिश रचने और उसके लिए धन की व्यवस्था करने के आरोप में लश्कर ए तैयबा कमांडर जकीउर रहमान समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन विभिन्न कारणों से उनकी सुनवाई में आतंकवाद निरोधक अदालत में रूक गई।
विदेश मंत्री रंजन मथाई ने हाल ही में मलिक के इस दावे का खंडन किया कि भारत ने मुम्बई हमले के आरोपियों के मामले में अपर्याप्त सबूत दिए।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 25, 2011, 23:24