ISI और रॉ प्रमुखों की बैठक पर विचार कर रहे भारत-पाक

'ISI और रॉ प्रमुखों की बैठक पर विचार कर रहे भारत-पाक'

'ISI और रॉ प्रमुखों की बैठक पर विचार कर रहे भारत-पाक'इस्लामाबाद : पाकिस्तान और भारत सद्भावना बनाने के लिए विश्वास बहाली उपायों के तहत अपनी-अपनी खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों की एक बैठक कराने पर विचार कर रहे हैं। एक दैनिक ने अधिकारियों ने हवाले से सोमवार को बताया कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच विश्वास की खाई को पाटने के लिए तलाशी गई कई प्रणालियों में यह प्रस्ताव भी शामिल है।

अखबार ने एक सूत्र के हवाले से बताया है कि ‘रिसर्च एंड एनालिसिस विंग’ (रॉ) और ‘इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस’ (आईएसआई) के प्रमुखों के बीच एक बैठक की संभावना पर चर्चा के लिए दोनों देशों को आगे बढ़ाने में अमेरिका एक अहम भूमिका निभा रहा है।

पाकिस्तान के एक अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के बीच नियमित बातचीत सहित कई प्रस्ताव इस प्रक्रिया में शामिल हैं। अधिकारी ने आईएसआई और रॉ प्रमुखों के बीच वार्ता की संभावना का जिक्र करते हुए कहा कि लेकिन इस स्तर पर इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी।

एक अन्य अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि खासतौर पर अमेरिका इन दोनों पड़ोसी देशों (भारत और पाकिस्तान) के बीच समन्वय और चर्चा बढ़ाना चाहता है। उन्होंने बताया कि अमेरिका यह सुनिश्चित करना चाहता है कि अगले कुछ साल के दौरान भारत और पाकिस्तान के संबंध खराब नहीं हो क्योंकि इस दौरान अमेरिका नीत गठबंधन सेना अफगानिस्तान से हटाई जा रही है।

अधिकारी ने बताया कि इस स्थिति के मद्देनजर, इनका मानना है कि सुरक्षा एजेंसियों के स्तर पर इन दोनों देशों की बैठक उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए लंबा सफर तय कर सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मुद्दे की संवेदनशीलता को देखते हुए दोनों में से कोई भी देश आधिकारिक तौर पर इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। अधिकारी ने कहा कि एक सुरक्षा अधिकारी इस घटनाक्रम से अनभिज्ञता तक जाहिर कर सकता है। यह प्रस्ताव यदि मूर्त रूप लेता है तो दोनों देशों के संबंधों में नए चरण की शुरुआत साबित हो सकता है।

सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने 2008 के मुंबई हमलों के बाद शुरू में रॉ और आईएसआई प्रमुखों के बीच बैठक कराने की कोशिशें की थी। उस वक्त भारत के रक्षा अताशे और पत्रकारों को पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के प्रस्ताव की जानकारी दी गई थी। सूत्रों ने बताया कि हालांकि, भारत सरकार को पाकिस्तानी प्रस्ताव के बारे में कई आपत्तियां थी।
(एजेंसी)

First Published: Monday, August 13, 2012, 19:39

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