Last Updated: Thursday, January 12, 2012, 10:42
नई दिल्ली : राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह में जारवा जनजाति की अर्धनग्न महिलाओं के नृत्य से संबंधित वीडियो फुटेज की घटना को ‘शर्मनाक’ करार देते हुए इस मामले की विस्तृत जांच की सिफारिश की है। आयोग ने आदिवासी मामलों के मंत्रालय से कहा है कि यह ‘गंभीर मामला’ है और इस पर गौर करने की जरूरत है।
आयोग की सदस्य के कमला कुमारी ने कहा कि यह शर्म की बात है कि आजादी के इतने सालों बाद भी इस देश के जनजाति समुदाय के साथ ऐसी घटना हुई है। हमें इसके लिए अफसोस है। इस मामले को गंभीरता से लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आयोग ने आदिवासी मामलों के मंत्रालय से इस घटना की विस्तृत जांच की सिफारिश की है। आयोग जल्द ही बैठक करके आगे की रणनीति पर विचार करेगा।
गौरतलब है कि यह मामला उस समय तूल पकड़ गया था जब लंदन के अखबार ‘आब्जर्वर’ ने पर्यटकों के सामने जारवा जनजाति की अर्धनग्न महिलाओं के नृत्य से संबंधित कथित घटना के बारे में खबर दी और इससे जुड़ा एक वीडियो अपलोड किया।
इस प्रकरण के बाद केन्द्र सरकार ने अंडमान निकोबार प्रशासन को मामले की भलीभांति जांच करने का निर्देश दिया था। इस वीडियो फुटेज के बारे में कमला कुमारी ने कहा कि हमने अभी फुटेज नहीं देखे हैं। अभी केवल अखबारों में इस संबंध में खबर देखी है। फुटेज देखने के बाद ही आगे की बात की जा सकती है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, January 12, 2012, 19:13