Last Updated: Sunday, May 27, 2012, 11:59
मुंबई : महाराष्ट्र एटीएस ने पिछले साल 13 जुलाई को हुए विस्फोटों से जुड़े आरोप पत्र में अंडरवर्ल्ड और इंडियन मुजाहिदीन के बीच गठजोड़ का खुलासा किया है। आरोप पत्र में दुबई स्थित मुजफ्फर कोला के नाम का जिक्र किया गया है। कोला को इन विस्फोटों के आरोपी मुस्तफा दोसा का सहयोगी बताया गया है। दुबई में कोला ‘मुजफ्फर कोला इंटरप्राइजेज’ नामक एक कंपनी चलाता है।
एटीएस सूत्रों का कहना है कि कोला ने आईएम के सरगना यासीन भटकल को 10 लाख रुपए उपलब्ध कराए। इस पैसे का इस्तेमाल विस्फोटों के लिए किया गया। एक सूत्र ने बताया, ‘कोला दोसा और उसके फरार भाई मोहम्मद दोसा के साथ जुड़ा रहा है। कोला के कहने पर ही हवाला कारोबारी कंवर पथरीजा ने शिवानंद को 10 लाख रुपये दिए। बाद में पता चला कि यह शिवानंद यासीन भटकल है।’ उसने कहा, ‘इस गठजोड़ से हम इस बात इंकार नहीं कर सकते कि अंडरवर्ल्ड ने इस आतंकवादी हमले में मदद की थी।’
मुंबई के दादर, जावेरी बाजार और ओपेरा हाउस में पिछले साल 13 जुलाई को धमाके हुए थे। इसमें 27 लोग मारे गए थे और 127 घायल हो गए थे। दोसा 1993 के सिलसिलेवार धमाकों का भी आरोपी है। उस हमले का एक अन्य आरोपी उसका भाई मोहम्मद दोसा फरार चल रहा है। वर्ष 1993 के धमाकों के मामले में दोसा और अबु सलेम सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ मुकदमा चलाया जा रहा है।
एटीएस अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल हुए तिहरे धमाकों के दो महीने बाद बम लगाने वालों की शिनाख्त की गई थी। यह सीसीटीवी की फुटेज संभव हो सका था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 27, 2012, 11:59