Last Updated: Tuesday, June 4, 2013, 17:41
नई दिल्ली : वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों के लिए 3,600 करोड़ रुपए के सौदे के निरस्त होने का खतरा झेल रही अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी ने भारत सरकार से कहा है कि उसका भुगतान किया जाए और इसे रोकना ‘अनुबंध का उल्लंघन’ होगा।
एंग्लो-इतालवी कंपनी ने रक्षा, वित्त और विदेश मंत्रालयों को लिखे पत्र में कहा है कि रक्षा मंत्रालय के साथ कुछ अनुबंध संबंधी कठिनाइयां रहीं हैं। उसने भुगतान करने के लिए कहा है।
भारत ने करीब 30 प्रतिशत भुगतान कर दिया था। इसके बाद सौदा अपने पक्ष में कराने के लिए 362 करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी के आरोप में फिनमेकेनिका तथा अगस्ता के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की इतालवी जांचकर्ताओं द्वारा गिरफ्तारी के बाद बकाया धन रोक दिया गया।
कंपनी ने कहा है कि दोष साबित हो जाने तक किसी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता और इस मामले में दोनों देशों में जांच जारी है।
सीबीआई ने रिश्वतखोरी के आरोपों में मामला दर्ज किया है और मामले में पूर्व वायु सेना प्रमुख एस पी त्यागी तथा उनके तीन रिश्तेदारों से पूछताछ की है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 4, 2013, 17:41