Last Updated: Wednesday, September 25, 2013, 21:50
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली: अजमेर ब्लास्ट के आरोपी भावेश पटेल ने कांग्रेस के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सूत्रों के मुताबिक भावेश पटेल ने एनआईए की स्पेशल कोर्ट को एक चिट्ठी लिखी है।
चिट्ठी में भावेश पटेल ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और कांग्रेस के चार नेताओं ने उस पर अजमेर धमाके के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत और संघ नेता इंद्रेश कुमार का नाम लेने के लिए दबाव डाला था। भावेश ने कोर्ट को ये भी लिखा है कि उसने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से भी मुलाकात की थी। हालांकि एनआईए ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है।
पटेल ने लिखे खत में कहा है कि जब उसे एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए जाने का आभास हुआ, तो वह अपने गुरु के संभल (यूपी) स्थित आश्रम में चला गया था। गुरु ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से मिलवाया था। इसके बाद शिंदे, जायसवाल और आरपीएन सिंह से मुलाकात हुई।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, इस साल मार्च में गिरफ्तार किए गए पटेल ने कोर्ट को दिए आवेदन में आरोप लगाया है कि मुरादाबाद के आचार्य प्रमोद कृष्णन ने मेरी मुलाकात दिग्विजय सिंह, शिंदे, जायसवाल और आरपीएन सिंह से करवाई थी। पटेल के मुताबिक ये सभी लोग चाहते थे कि मैं कोर्ट में आरएसएस के नेताओं को फंसाने वाला बयान दूं।
हालांकि, दिग्विजय सिंह, आचार्य कृष्णन और आरपीएन सिंह ने पटेल के आरोपों को खारिज कर दिया है। शिंदे और जायसवाल ने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं दी है। गौर हो कि एनआईए ने अपनी चार्जशीट में पटेल पर ब्लास्ट के लिए साजो-सामान उपलब्ध करवाने और बम दरगाह के भीतर ले जाने का आरोप लगाया है।
First Published: Wednesday, September 25, 2013, 12:58