Last Updated: Tuesday, August 16, 2011, 04:07
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली/बंगलुरु : मजबूत लोकपाल बिल की मांग को लेकर जेपी पार्क में ही अनशन पर अड़े अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों अरविंद केजरीवाल, किरन बेदी और मनीष सिसौदिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अन्ना, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया को जहां मयूर विहार से गिरफ्तार किया गया, वहीं शांति भूषण और किरण बेदी को राजघाट और प्रशांत भूषण को कोर्ट से गिरफ्तार किया गया. पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार स्थित सुप्रीम इन्क्लेव में ठहरे अन्ना को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो यहां से निकलते हुए जेपी पार्क पहुंचने की तैयारी में थे. टीम अन्ना अलीपुर के सिविल लाइंस स्थित पुलिस ऑफिसर्स मेस में रखा गया है. केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह का कहना है कि अन्ना ने सरकारी आदेश के मानने से इंकार कर दिया था इसलिए उन्हें हिरासत में लेना पड़ा.
'इंडिया अगेन्स्ट करप्शन' के मुताबिक, हजारे ने कहा कि मेरी और मेरे साथ कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो रही है, लेकिन यह आंदोलन रूकने नहीं दें. हमें यह लड़ाई जारी रखनी है. यह आजादी की दूसरी लड़ाई है. अब वक्त आ गया है कि ज्यादा से ज्यादा लोग गिरफ्तारियां दें और ऐसे प्रयास करें कि देश में कोई भी जेल खाली नहीं बचे. उन्होंने कहा कि मैं आप लोगों से विनती करता हूं कि आंदोलन को हिंसक नहीं होने दें. हमें अहिंसा के रास्ते चलना है.
उधर, बंगलुरु से खबर है कि जस्टिस संतोष हेगड़े बंगलुरु में अनशन पर बैठ चुके हैं. उम्मीद की जा रही है कि हेगड़े को भी वहां से गिरफ्तार कर लिया जाएगा. गिरफ्तारी के बाद अन्ना ने आंदोलन को जारी रखने की बात कही. अन्ना की गिरफ्तारी के बाद राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं. दिल्ली में दिल्ली-नोएडा मार्ग को लोगों ने जाम कर दिया है.
अन्ना की गिरफ्तारी पर टीम अन्ना ने कहा कि उनका अनशन जारी रहेगा. भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने घटना के बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया, वहीं तुषार गांधी ने कहा कि अहिंसक तरीके से आंदोलन को रोकना गलत है. यह सरकार को बताना होगा कि उसने किन परिस्थितियों में ऐसा किया.
किरण बेदी ने कहा कि हम अन्ना के पीछे हैं. लोकतांत्रिक अधिकारों का हम पालन करेंगे. पुलिस ने जो किया है, उसकी आशंका थी, पर अन्ना डिगेंगे नहीं.
प्रशांत भूषण ने कहा कि अन्ना को गिरफ्तार करना तानाशाही है. यह गलत ही नहीं, असंवैधानिक भी है. आपतकाल जैसे हालत बना रही है सरकार. हमें यह भी नहीं पता कि उन्हें किस कानून के तहत गिरफ्तार किया गया. सीपीआई ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि टीम अन्ना को हिरासत में लेना ठीक नहीं है. उन्हें प्रदर्शन करने का हक है.
इससे पहले सुप्रीम इन्क्लेव में अपने कैंप से अन्ना जैसे ही बाहर निकले, वहां मौजूद करीब हजार लोगों की भीड़ ने अन्ना को घेर लिया. इस बीच वहां पहुंची पुलिस ने अन्ना को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने वहां मौजूद लोगों को बताया कि वो अन्ना को अनशन स्थल ले जा रहे हैं. अन्ना ने जब पुलिस से कहा कि वो राजघाट जाना चाहते हैं, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेते हुए कहा कि उन्हें ऐसा करने का आदेश है.
First Published: Tuesday, August 16, 2011, 10:23