अन्ना का एजेंडा जानने के बाद ही टीम में शामिल होंगे : राजगोपाल

अन्ना का एजेंडा जानने के बाद ही टीम में शामिल होंगे : राजगोपाल

मथुरा : जनसत्याग्रह नेता एवं अन्ना टीम के पूर्व सदस्य पीवी राजगोपाल ने अन्ना हजारे की नई टीम में शामिल होने के सवाल पर कहा कि वे इस बार पूरा एजेण्डा जानने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे। उन्होंने यहां कहा कि उन्हें अन्ना की नई टीम में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। लेकिन वे पहले एक बार अन्ना से आमने सामने बैठकर मुलाकात करेंगे तथा उनके द्वारा चलाए जाने वाले अभियान की रूपरेखा समझेंगे। उसके बाद ही तय करेंगे कि उन्हें इस बाबत क्या निर्णय लेना है।

गौरतलब है कि जल, जंगल और जमीन के मुद्दे पर सत्याग्रह के बल पर केन्द्र सरकार को समझौते के लिए मजबूर कर देने वाले पीवी राजगोपाल गत वर्ष हिसार उप चुनाव के दौरान इसके राजनैतिक रूख अख्तियार कर लेने का आरोप लगाकर टीम से अलग हो गए थे। उनके साथ ही जल पुरुष राजेंद्र सिंह भी टीम से किनारा कर गए थे।

मथुरा में यमुना रक्षक दल द्वारा यमुना शुद्धि अभियान के लिए तैयार किए जा रहे सत्याग्रहियों के प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने आए राजगोपाल ने संवाददाताओं से कहा कि दरअसल आजकल भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ने के लिए कोई भी राजनैतिक दल अनुकूल नहीं है। जो भी दल सत्ता में आता है मुख्य तौर पर गरीबों को भूल जाता है। और उनके हितों की रक्षा करने वाले जल, जंगल और जमीन को बेचने में लग जाता है। इसीलिए टीम अन्ना को भी इस काम के लिए खुद सरकार से सीधे लड़ाई लड़ने के लिए गांव-गांव में लोगों को तैयार करना चाहिए ताकि यह केवल टीम की लड़ाई न रहकर जनता की लड़ाई बने और वे खुद परिवर्तन की बुनियाद रखने का काम करें।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ी जाने वाली वर्तमान लड़ाईयां समाज के केवल मध्य वर्ग तक के ही हितों का ख्याल रख पाती है। महिलाएं, दलित, आदिवासी एवं अन्य गरीब तो वहां भी पीछे ही रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति के हितों की रक्षा किए बिना भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ी जाने वाली कोई भी लड़ाई सफल नहीं होगी। (एजेंसी)

First Published: Saturday, October 27, 2012, 00:28

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