Last Updated: Wednesday, August 24, 2011, 04:25
ज़ी न्यूज़ ब्यूरो नई दिल्ली : जन लोकपाल की मांग को लेकर पिछले नौ दिन से अनशन पर बैठे गांधीवादी अन्ना हजारे डॉक्टरों की सलाह के बावजूद ग्लूकोज चढ़वाने के लिए तैयार नहीं हैं. हजारे के करीबी सहयोगी मनीष सिसोदिया ने संवाददाताओं को बताया, ‘अन्ना ने ग्लूकोज चढ़वाने से इंकार कर दिया है. उन्हें डॉक्टरों ने सुबह की जांच के बाद ग्लूकोज चढ़वाने की सलाह दी थी.’ अन्ना का वजन बीते 24 घंटे के दौरान 200 ग्राम और कम हो गया है. उनका वजन फिलहाल 66.2 किलोग्राम है. बीते 26 अगस्त से अनशन पर बैठने से पहले उनका वजन 72 किलोग्राम था. उनका रक्तचाप 104..86 है, जबकि रक्त में स्टार्च का स्तर 106 और पल्स रेट 82 है. इसके अलावा उनके रक्त में कीटोन भी पाया गया है.
मंगलवार को हजारे ने डॉक्टरों की सलाह मानने और किसी भी तरह की दवा लेने से इंकार कर दिया था. इसके अलावा रामलीला मैदान से बलपूर्वक हटाये जाने के किसी भी तरह के प्रयास के खिलाफ हजारे ने सरकार को चेतावनी दी है. डॉ. नरेश त्रेहन के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने हजारे को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी लेकिन गांधीवादी हजारे ने इसे मानने से इंकार कर दिया.
त्रेहन ने कहा था ‘पूरी टीम ने अन्ना हजारे के स्वास्थ्य की जांच की है जिसमें बदलाव देखा गया है. हम लोगों ने उनसे कहा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया और कहा कि मैं यहां लोगों के बीच रहना चाहता हूं.’ इस बीच हजारे के अन्य दूसरे करीबी सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह जन लोकपाल विधेयक पर सरकार से हुई बातचीत पर जवाब का इंतजार कर रहे हैं.
First Published: Wednesday, August 24, 2011, 09:56