Last Updated: Saturday, August 20, 2011, 05:31

नई दिल्ली। जन लोकपाल के आंदोलन में अन्ना को युवाओं का साथ तो मिल रह है पर इन सब में कुछ हुर्दंग करने वाले भी शामिल है. कुछ युवक इस मुहिम का नाजायज फायदा भी उठा रहे हैं. इन्हें लगता है कि शायद अन्ना को समर्थन देने के नाम पर खुलेआम हुड़दंग करने की छूट मिल गई है. इन लोगों को यह भी पता है कि पुलिस अब मजबूर है और ज्यादा कुछ करेगी नहीं , ऐसे में इन युवाओं को किसी का खौफ भी नहीं है.
ये युवा समूह में निकलकर विभिन्न इलाकों में खुलेआम ट्रैफिक नियमों और कायदे कानूनों का जमकर उल्लंघन कर रहे हैं. कहीं एक बाइक पर 4 - 5 युवक हाथ में तिरंगा लेकर निकल पड़ते हैं , तो कहीं कार पर युवाओं का समूह गाड़ी की डिक्की और दरवाजे खोलकर या गाड़ी की छत पर बैठकर नारे लगाते हुए शहर की सड़कों पर निकल पड़ता है. युवाओं के कई ऐसे समूह नजर आ रहे हैं , जो कभी कभार शराब के नशे में नाचते नजर आते हैं.
एक घटना तो कल रामलीला मैदान में हुआ जब शुक्रवार की देर रात कुछ युवक शराब के नशे में झूमते हुए मंच पर चढ़ने की जबरन कोशिश करने लगे. उनकी इच्छा थी कि मंच पर चढ़कर वह भी नारे लगाएं. लेकिन, वहां मौजूद पुलिस वालों और अन्ना के वॉलिंटियर्स ने उन्हें मंच पर चढ़ने से रोक दिया.
ट्रैफिक नियमों की तो कई जगहों पर खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. कोई बिना हेलमेट पहने निकल रहा है , तो कोई गलत लेन से जा रहा है. कई गाड़ियां रेड लाइट जंप कर रही है , तो कोई कहीं भी गाड़ी पार्क कर दे रहा है. आमतौर पर सख्त रवैया अपनाने वाली दिल्ली पुलिस भी इनके सामने बेबस दिख रही है.
जब ये लोग रामलीला मैदान पहुंचे तो युवाओं के कई समूह गाड़ियों में लदकर यहां आई. कई स्कूली बच्चे तो टेंपो के चारों ओर लटक कर पहुंचे , तो कई युवा कारों और जीपों की छत पर झंडा लहराते हुए आए. हैरानी की बात यह है कि एक तरफ जहां टीम अन्ना अपने समर्थकों के अच्छे बर्ताव का दम भरती नहीं थक रही , वहीं दूसरी तरफ हुड़दंगी समर्थकों का यह वर्ग टीम अन्ना और उनके समर्थकों की साख पर बट्टा लगा रहा है.
First Published: Monday, August 22, 2011, 09:33