Last Updated: Friday, December 7, 2012, 21:17
मुंबई: 26/11 के मुम्बई हमले और अन्य कई मामलों का आरोपी लश्कर आतंकवादी जबीबुद्दीन अंसारी उर्फ अबू जंदल अपने इकबालिया बयान से पलट गया और उसने यहां की मकोका अदालत में दावा किया कि उसे मामले में गलत तरीके से फंसाया गया है और उसपर दबाव डालकर बयान पर उसके हस्ताक्षर लिए गए हैं।
जंदल ने महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम अदालत के न्यायाधीश एम एस मोडक से कहा कि इकबालिया बयान पर उससे जबर्दस्ती हस्ताक्षर कराए गए थे और उसने अपनी मर्जी से हस्ताक्षर नहीं किया था। मकोका अदालत औरंगाबाद हथियार बरामदगी मामले की सुनवाई कर रही है।
दिल्ली की तिहाड़ जेल से वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से पेश होते हुए जंदल ने अदालत से यह भी कहा कि उसका नाम जबीबुद्दीन अंसारी है न कि अबू जंदल। इकबालिया बयान में जो उर्फ अबू जंदल लिखा है, वह गलत है।
हालांकि अदालत ने उससे पहले अपना वकील नियुक्त करने और उसे जरूरी दिशानिर्देश देने को कहा ताकि अगली सुनवाई के दिन उसका बयान रिकार्ड में लिया जा सके।
उसके बाद वकील एजाज नकवी उसकी ओर से पेश हुए और उन्होंने वकालनामा दायर किया। सुनवाई 15 दिसंबर तक के लिए टाल दी गयी। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 7, 2012, 21:17