अब प्रणब को समर्थन की सोचें ममता: कांग्रेस

अब प्रणब को समर्थन की सोचें ममता: कांग्रेस


नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ने के एपीजे अब्दुल कलाम के फैसले को उचित बताते हुए कांग्रेस ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से संप्रग उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन देने की अपनी अपील दुहराई।
ममता को मनाने के प्रयासों के तहत ही कांग्रेस ने आज अपने महासचिव दिग्विजय सिंह को झिड़की लगाई और कहा कि वह पार्टी की तरफ से बोलने के लिए आधिकारिक रूप से अधिकृत नहीं हैं।

कलाम के मुकाबले में नहीं उतरने के फैसले को लेकर पूछे गये सवालों के जवाब में पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पूर्व राष्ट्रपति बहुत ही प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। हमारे मन में उनके लिए अत्यधिक सम्मान है। हम उनकी इज्जत करते हैं। अगर उन्होंने अपने विवेक से कोई फैसला किया है तो निश्चित रूप से यह उचित फैसला होगा।

दिग्विजय सिंह के बारे में पार्टी की ओर से जारी बयान के बारे में पूछे जाने पर तिवारी ने कहा कि एआईसीसी मीडिया विभाग की तरफ से जो भी संदेश भेजा जाता है वह पार्टी के निर्देश पर ही भेजा जाता है। तिवारी ने कहा कि कि पार्टी चाहती है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी का समर्थन करें। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी राजनीतिक दल दलगत राजनीति से उपर उठकर प्रणव मुखर्जी की उम्मीदवारी का समर्थन करेंगे।

कांग्रेस ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी के लिए तृणमूल कांग्रेस से समर्थन भी मांगा। तृणमूल कांग्रेस से प्रणब का समर्थन करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी का समर्थन करें। खुद मुखर्जी ने उनसे अपील की है। उन्होंने ममता को छोटी बहन बताया है। उन्हें उम्मीद है कि ममता और तृणमूल कांग्रेस उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करेंगे।

टीम अन्ना द्वारा मुखर्जी पर लगाए गए आरोपों के बारे में पूछे जाने पर तिवारी ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यजनक है। कुछ लोगों को कुछ ऐसे लोगों पर आरोप लगाने की आदत सी हो गई है, जिन्होंने पूरी जिंदगी सार्वजनिक जीवन में लगा दी। तिवारी ने कहा कि इन परिस्थितियों में मुखर्जी का नाम घसीटा जाना न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि राजनीति से प्रेरित है। (एजेंसी)

First Published: Monday, June 18, 2012, 21:53

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