Last Updated: Monday, March 12, 2012, 15:42
नई दिल्ली : भाजपा ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण जब संसद के दोनों सदनों में चर्चा और पारित होने के लिए आएगा तो पार्टी इसमें राज्यों की सहमति के बिना एनसीटीसी के गठन समेत संवेदनशील मुद्दों पर संशोधन पेश करेगी। राज्यसभा में भाजपा के उपनेता एसएस आह्लूवालिया ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को पूरी तरह दूरदर्शिता विहीन और बिना कोई बड़े दृष्टिकोण वाला करार दिया और कहा कि इसमें इस तरह की बातें हैं कि कितने पासपोर्ट केंद्र खोले गये हैं और कहां कहां पूरी तरह केबल टीवी का डिजिटलीकरण किया गया है।
आह्लूवालिया ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि सरकार मौजूदा आर्थिक संकट से किस तरह निपटना चाहती है। इसमें यह संकेत नहीं है कि सरकार अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए क्या कदम उठाना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा अभिभाषण में उल्लेखित राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी केंद्र (एनसीटीसी) पर संशोधन पेश करेगी। संप्रग के सहयोगी दल तृणमूल कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस भी इसके खिलाफ हैं और विपक्ष ने इस विषय पर सरकार पर निशाना साधने की रणनीति बनाई है।
आह्लूवालिया ने कहा कि राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा के नाम पर केंद्र संघीय ढांचे पर अतिक्रमण कर रहा है और बिना राज्यों की सलाह के एनसीटीसी बनाया गया है। यह एक तरह से बिना राज्यों की सलाह के उनके अधिकार छीनने जैसा है। उन्होंने अन्य संशोधनों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि पार्टी अभिभाषण के महत्वपूर्ण पहलुओं को देखेगी और उसके बाद फैसला करेगी।
(एजेंसी)
First Published: Monday, March 12, 2012, 21:12