Last Updated: Tuesday, July 2, 2013, 17:49

नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने अमेरिकी जासूसी के खुलासे की सत्यता पर मंगलवार को संदेह प्रकट किया। तिवारी ने कहा कि सरकार इस रिपोर्ट का अध्ययन करेगी तथा इस मुद्दे के सभी पहलुओं को परखेगी। तिवारी ने एक न्यूज चैनल से कहा कि चूंकि ये खुलासे किसी एक व्यक्ति द्वारा किए गए हैं, इसलिए ऐसा नहीं है कि सार्वजनिक कर दी गई इस सूचना की सत्यता जांच ली गई है। वास्तव में यह पूरी तरह अफवाह है। हमें इसके अन्य पहलुओं को भी देखना चाहिए कि किसी असत्यापित सूचना को हम कैसे लेते हैं।
तिवारी ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि सरकार को इसकी पूरी जानकारी हासिल करने का मौका दिया जाना चाहिए। उन संदेश पत्रों में क्या लिखा है उसे हम देखेंगे, ताकि सरकार उसका समग्र रूप से अध्ययन कर सके तथा सबसे बेहतर जवाब दे सके।
तिवारी ने कहा कि इस मामले ने कुछ मुद्दे उठाए हैं, जो न सिर्फ अधिकृत या अनधिकृत तरीके से आंकड़े हासिल करने से जुड़े हैं, बल्कि सबसे बड़ा मुद्दा कूटनीतिक संदेशों की प्रतिरक्षा एवं जेनेवा संधि समझौते के उल्लंघन का भी है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 2, 2013, 17:49