अशक्तों के सहारे राजनीति कर रहे हैं केजरीवाल : लुइस खुर्शीद

अशक्तों के सहारे राजनीति कर रहे हैं केजरीवाल : लुइस खुर्शीद

अशक्तों के सहारे राजनीति कर रहे हैं केजरीवाल : लुइस खुर्शीदनई दिल्ली : अपने ट्रस्ट पर लगाए गए आरोपों को ‘निराधार और दुर्भावना से प्रेरित’ बताते हुए विधि मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुइस ने अरविन्द केजरीवाल पर जोरदार हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह ‘अशक्त लोगों के कंधे का सहारा लेकर राजनीति कर रहे हैं।’ लुइस ने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि उनके पति इस मुद्दे पर इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा कि कोई कारण नहीं है कि उनके पति इस्तीफा दें। खुर्शीद के खिलाफ न तो केंद्र सरकार ने कोई जांच करायी है और न ही कैग की कोई रिपोर्ट है। ऐसे में उन्हें क्यों इस्तीफा दे देना चाहिए।’

उन्होंने एक टीवी समूह की भी आलोचना की जिसके खिलाफ उन्होंने अवमानना याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि और ऐसी याचिकाएं दायर की जाएंगी जिसमें एक विधि मंत्री द्वारा भी दाखिल किया जाएगा। टीवी समूह ने इस मुद्दे पर एक स्टिंग आपरेशन किया था। उन्होंने कहा, ‘उन्हें कुल तीन लोग मिले जिन्होंने यह कहा कि उन्हें कुछ नहीं मिला जबकि हमने हजारों लोगों को कृत्रिम अंग मुहैया कराए हैं। हम अकेले यह सब नहीं कर सकते। जतिन प्रसाद, विवेक बंसल जैसे विधायकों और अन्य लोगों ने भी विभिन्न इलाकों में शिविर आयोजित किए थे। उन शिविरों में कृत्रिम अंग वितरित किए गए थे। वे सब अब परेशान हैं।’

लुइस ने कहा, ‘हमने अपने क्षेत्र फर्रूखाबाद के लोगों के लिए बड़ी राशि खर्च की है और इसके लिए हमने सरकार से कुछ नहीं लिया। हम 70 लाख रुपए जैसी राशि के लिए अपने हाथ गंदे नहीं करेंगे। हमने कोई गलती नहीं की है। यह सब पूरी तरह से गलत है।’ उन्होंने विवाद के पीछे अंतर मंत्रालयी प्रतिद्वंद्विता से इंकार किया लेकिन इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने मांगे जाने पर कैग और अन्य को दस्तावेज क्यों नहीं दिया। लुइस ने कहा, ‘मंत्रालय को लेखा संबंधी जानकारी देनी चाहिए थी। हमने उपयोग संबंधी प्रमाण पत्र और सभी दस्तावेजे सौंपे थे।’ उन्होंने कहा कि वह कोई आरोप नहीं लगा रही हैं लेकिन यह आश्चर्यजनक है कि मंत्रालय ने दस्तावेज नहीं सौंपे।

उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय को वह जानकारी कैग को देनी चाहिए थी जो उनके गैर सरकारी संगठन जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट ने उसे सौंपा था। लुइस ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा, ‘मंत्रालय को लेखा जानकारी दे देनी चाहिए थी जो हमने सौंपे थे। वे सभी सबूत मंत्रालय के पास हैं। मंत्रालय ने वे सबूत क्यों नहीं दिए।’ उन्होंने दावा किया कि कुछ न्यूज चैनलों द्वारा उनके एनजीओ के संबंध में दिखाए गए दस्तावेज कैग की रिपोर्ट नहीं है। वे दस्तावेज एक शुरूआती आंतरिक रिपोर्ट का हिस्सा है जिसमें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से कुछ स्पष्टीकरण मांगा गया है। कैग या मंत्रालय द्वारा जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट या उसके किसी अधिकारी से पूछताछ नहीं की गयी है।

लुइस ने कहा कि वह कैग को पत्र लिखकर कहेंगी कि वह अपनी अंतिम रिपोर्ट में उनकी राय भी लें। यह पूछे जाने पर कि क्या वह और विधि मंत्री एनजीओ के कामकाज की जांच के लिए तैयार हैं, उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर उन्हें सभी 17 जिलों में जाने दीजिए।’

केजरीवाल पर निशाना साधते हुए लुइस ने कहा कि पहले उन्हें उस दो करोड़ रुपए के बारे में सफाई देनी चाहिए जो वह अन्ना हजारे को देने जा रहे थे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने राजनीतिक पार्टी शुरू की है और वह मुद्दों की तलाश कर रहे हैं। (एजेंसी)

First Published: Saturday, October 13, 2012, 18:24

comments powered by Disqus