Last Updated: Friday, March 8, 2013, 22:48

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ की यात्रा के दौरान ‘शिष्टाचार’ बस वहीं तक सीमित रहना चाहिए, इसके आगे नहीं जाना चाहिए। भाजपा ने कहा कि ‘आतंकवाद और वार्ता’ एक साथ नहीं चल सकती।
अशरफ शनिवार को भारत की एक निजी यात्रा पर अजमेर शरीफ आएंगे और विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद जयपुर में उनके लिए दोपहर भोज की मेजबानी करेंगे।
पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे आशा है कि यह केवल शिष्टाचार भेंट तक ही सीमित होना चाहिए और किसी मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं होनी चाहिए क्योंकि भाजपा का नजरिया यह है कि आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं चल सकती।’
भाजपा नेता ने कहा कि इस पर सवालिया निशान है कि विदेश मंत्री ने इस तरह का शिष्टाचार दिखाया लेकिन मुझे आशा है कि यह केवल शिष्टाचार के स्तर तक ही रहेगा और यह इससे आगे नहीं जाएगा और पाकिस्तान के साथ किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर बातचीत नहीं होगी।
भारत ने गुरुवार को घोषणा की थी कि खुर्शीद जयपुर में अशरफ के लिए दोपहर भोज की मेजबानी करेंगे और किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा नहीं होगी।
पाकिस्तान प्रधानमंत्री के साथ शिष्टाचार भेंट का बचाव करते हुए संसदीय मामलों के राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि हमें अपनी परंपराएं बनाए रखनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर कोई अजमेर शरीफ आता है तो यह सामान्य प्रोटोकाल है और हमें इसका पालन करना चाहिए। अपनी परंपराओं को बनाये रखने में कुछ भी गलत नहीं है।
उन्होंने कहा कि वार्ता कूटनीति का ‘मूल सिद्धांत’ है और यह बंद कभी नहीं होनी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 8, 2013, 22:48