Last Updated: Wednesday, August 15, 2012, 09:34

नई दिल्ली : असम में हाल ही में हुई जातीय हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि सरकार इन घटनाओं की वजहों को समझने की पूरी कोशिश करेगी और राज्य सरकारों के साथ मिलकर मेहनत से काम करेगी ताकि देश में कहीं भी इस तरह के हादसे दोबारा न होने पायें ।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ अभी हाल में असम में हिंसा की जो घटनाएं हुई वे बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं । मुझे यह अहसास है कि इन घटनाओं से एक बडी तादाद में लोगों की जिन्दगी अस्त व्यस्त हो गयी है ।
हिंसा से प्रभावित परिवारों के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है और हम उन्हें राहत पहुंचाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं । उल्लेखनीय है कि हाल ही में निचले असम के जिलों में बोडो और मुस्लिमों के बीच हिंसक संघर्ष में 77 लोग मारे गये और चार लाख से अधिक लोग बेघर हो गये । (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 15, 2012, 09:34