Last Updated: Saturday, August 18, 2012, 18:31
नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आज घोषणा की कि वह ऐसी विश्वसनीय सूचना देने वाले को एक लाख रूपये का इनाम देगी जिससे असम हिंसा के षड्यंत्रकारियों की पहचान या उनकी गिरफ्तारी हो सके।
सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि विशेष अपराध इकाई का एक दल असम में हिंसा के सात मामलों की जांच के लिए रूका हुआ है जो जातीय दंगों के सिलसिले में तीन जिलों से दर्ज कराये गये ।
सीबीआई के प्रवक्ता धारिणी मिश्रा ने कहा कि ऐसी कोई भी सूचना, फोटोग्राफ या ऑडियो वीडियो क्लिप देने वाले किसी भी व्यक्ति को एक लाख रूपये का नगद इनाम दिया जाएगा जिससे असम हिंसा के षड्यंत्रकारियों की पहचान हो सके या उनकी गिरफ्तारी हो सके।
उन्होंने कहा कि लोग जानकारी विशेष हेल्पलाइन नंबरों 08811099997 तथा 08811099996 पर दे सकते हैं और उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।
मिश्रा ने कहा कि इसी बीच, सीबीआई को कुछ वीडियो क्लिपिंग्स मिली हैं और समझा जाता है कि ये क्लिपिंग कोकराझार के गोसाईगांव स्थित एक छात्रावास पर जातीय हमले की हैं। उन्होंने बताया कि ये क्लिपिंग कुछ समाचार चैनलों से मिली हैं और कुछ लोगों से भी, जिन्होंने ये वीडियो अपने फोन पर रिकॉर्ड किए थे।
सूत्रों ने कहा कि सीएफएसएल का दल उन स्थानों पर पहुंच चुका है जहां घटनाएं हुई थीं। इस दल ने वहां सबूत जुटाने शुरू कर दिये हैं। सीबीआई ने निचले असम के तीन जिलों कोकराझार, चिरांग और धुबरी में दर्ज हिंसा के सात मामलों की दो डीआईजी के नेतृत्व में जांच के लिए एक दल गठित किया है।
निचले असम में बोडो समुदाय और प्रवासियों के बीच हुए संघर्ष में कम से कम 77 लोगों की मौत हो गई और चार लाख से अधिक बेघर हो गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 18, 2012, 17:55