असम हिंसा : 300 करोड़ के मुआवजा पैकेज की घोषणा

असम हिंसा : 300 करोड़ के मुआवजा पैकेज की घोषणा

असम हिंसा : 300 करोड़ के मुआवजा पैकेज की घोषणाकोकराझार (असम) : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने असम में हिंसा प्रभावित छह जिलों के लिए आज 300 करोड़ रुपए के मुआवजा पैकेज की घोषणा की तथा कहा कि हिंसा की जांच कराई जाएगी। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि यह समय मरहम लगाने का है।

सिंह ने हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित कोकराझार जिले के दौरे के दौरान प्रभावित लोगों के राहत एवं पुनर्वास के लिए 100 करोड़ रुपए की घोषणा की जबकि 100 करोड़ रुपए प्रभावित क्षेत्रों के विकास कार्यक्रमों के लिए विशेष योजना सहायता के रूप में जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अन्य 100 करोड़ रुपए इंदिरा आवास योजना के तहत जारी किए जाएंगे जबकि उन लोगों को 30-30 हजार रुपए दिए जाएंगे जिनके मकान पूरी तरह नष्ट हो गए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री राहत कोष के तहत उन लोगों को 20-20 हजार रुपए दिए जाएंगे जिनके मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को दो दो लाख रुपए तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम उन कारणों का पता लगाने के लिए जांच करवायेंगे जिनकी वजह से हिंसा हुई।’ सिंह ने कहा, ‘हिंसा को नियंत्रित करने में शुरू में कुछ दिक्कतें आईं लेकिन केंद्र एवं असम सरकारें स्थिति सामान्य बनाने तथा प्रभावितों को मरहम लगाने के लिए सभी उपाय करेगी। समय की मांग है कि उन लोगों को मरहम लगाया जाए जिन्हें भारी नुकसान हुआ है।’

यह पूछे जाने पर कि किस कारण से यह समस्या सामने आई, प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह जटिल विषय है और जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तब हम स्थिति की समीक्षा करेंगे।’ कोकराझार कॉमर्स कॉलेज स्थित राहत शिविर में शरणार्थियों से मिलने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जो कुछ भी हुआ वह दुखद है। मैं आपके दुख को समझ सकता हूं और इस दुख की घड़ी में हम सब अपके साथ हैं।’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सब भारतीय है और हमें एक साथ रहना है। यह समय आरोप प्रत्यारोप लगाने का नहीं है। हमें साथ मिलकर रहना है।’ सिंह ने बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद प्रशासन, छात्रों, सामाजिक और साहित्यिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की। उनके साथ असम के राज्यपाल जेबी पटनायक, मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भुवनेश्वर कालिता और राज्य के कई सरकारी अधिकारी भी थे। कोकराझार से लौटने के बाद प्रधानमंत्री दिल्ली रवाना हो गए। (एजेंसी)

First Published: Saturday, July 28, 2012, 19:04

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