आंतरिक्ष सुरक्षा की बैठक में नहीं शामिल होंगी जया

आंतरिक्ष सुरक्षा की बैठक में नहीं शामिल होंगी जया

आंतरिक्ष सुरक्षा की बैठक में नहीं शामिल होंगी जयाचेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को होने वाली मुख्यमंत्रियों की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। उनका मानना है कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली ऐसी ‘रस्मी ’ बैठकों में मुख्यमंत्रियों को उनके विचार रखने का ‘‘बहुत ही कम’’ अवसर दिया जाता है। दिल्ली में होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करेंगे।

कानून-व्यवस्था के संदर्भ में आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों की बैठक को बेहद अहम बताते हुए जयललिता ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि केंद्र द्वारा आयोजित ऐसी बैठकें एक ‘सालाना रस्म अदायगी’ बन कर रह गई हैं और इनमें मुख्यमंत्रियों को उनके विचार व्यक्त करने के बहुत कम अवसर जाते हैं।’’ पत्र में जयललिता ने कहा, ‘‘इस बैठक के लिए भी 12 विषयों का एक लंबा और भारी एजेंडा है। एजेंडा के विषय बताने में ही दस मिनट लग जाएंगे और दुर्भाग्य से यह उतना ही समय है, जो मुख्यमंत्रियों को उनके विचार रखने के लिए बड़े रूखेपन के साथ दिया जाता है।’’

जयललिता ने कहा कि ‘शासन’ में मुख्यमंत्री संघीय सरकार के साथ बराबरी के साझेदार होते हैं। उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे चर्चाओं में अर्थपूर्ण योगदान दें ताकि केंद्र को जमीनी स्थिति का पता चल सके। उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्रियों के साथ अहम मसलों पर चर्चा के लिए सम्मेलनों को एक परामर्श प्रक्रिया के बजाय एक ऐसी नियमित रस्म अदायगी का रूप दे दिया गया है, जहां मुख्यमंत्रियों पर उनका भाषण छोटा करने का लगातार दबाव बनाया जाता है।’

उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का लक्ष्य भी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इकट्ठा करके केंद्र सरकार द्वारा पहले से ही तय किए गए उन मापदंडों पर मोहर लगवाने का ही है, जिनके बारे में राज्यों की सलाह लेने पर पर्याप्त ध्यान भी नहीं दिया गया।

जयललिता ने दिसंबर 2012 में हुई राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में अपने अनुभव को याद किया, जहां उन्हें अपना भाषण छोटा करने को कहा गया था।

उन्होंने कहा, ‘किसी ऐसी बैठक में, जहां मुख्यमंत्रियों पर दस मिनट के भीतर ही अपना भाषण खत्म करने और शेष भाषण को पटल पर रखने का दबाव बनाया जाता हो, उसमें स्वयं शामिल होने के बजाय मैं स्थानीय निकाय मंत्री के.पी. मुनुसामी, गृह सचिव शीला बालकृष्णन और पुलिस महानिदेशक के.रामानुजम को मेरी ओर से बैठक में शामिल होने के लिए भेज रही हूं।’ जयललिता ने कहा कि सम्मेलन में उनके मंत्री उनका भाषण पढ़ेंगे। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, June 4, 2013, 15:43

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