आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने का इरादा नहीं: शिंदे

आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने का इरादा नहीं: शिंदे

आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने का इरादा नहीं: शिंदे नई दिल्ली : तेलंगाना के खिलाफ सड़कों पर हो रहे लगातार प्रदर्शन के मद्देनजर आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की संभावना से केन्द्र सरकार ने शनिवार को इंकार किया।

केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा कि पृथक राज्य बनाने के बारे में एक ‘नोट’ जल्द ही कैबिनेट के समक्ष पेश किया जाएगा।

शिन्दे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘आंध्र प्रदेश में राष्ट्रपति शासन का कोई प्रश्न नहीं उठता।’ उनसे पूछा गया था कि तेलंगाना गठन के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन लगातार जारी है तो क्या आंध्र में राष्ट्रपति शासन लगाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पृथक तेलंगाना के गठन के लिए गृह मंत्रालय एक नोट तैयार कर रहा है, जिसे कैबिनेट के समक्ष पेश किया जाएगा। ये नोट जल्द ही कैबिनेट के समक्ष पेश होगा।

शिन्दे ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति ने तेलंगाना पर फैसला कर सरकार से कहा है कि प्रस्ताव तैयार किया जाए। एक प्रक्रिया पूरी हो गयी है। अब यह प्रस्ताव सरकार के पास आ गया है और अब दूसरी प्रक्रिया शुरू हो गयी है।

मंगलवार को भी शिन्दे कह चुके हैं कि तेलंगाना के गठन के लिए नोट कैबिनेट के समक्ष अगले 20 दिन में पेश कर दिया जाएगा। इस सवाल पर कि क्या हैदराबाद को संघशासित क्षेत्र बनाया जाएगा, शिन्दे ने कहा कि सरकार के पास दो से तीन विकल्प हैं लेकिन अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।

‘इस समय हम कुछ कह नहीं सकते। सभी मुद्दों पर विचार किया जाएगा।’ जब पूछा गया कि क्या आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेडडी ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की है, शिन्दे ने ‘ना’ में जवाब दिया।

शिन्दे ने कहा कि तेलंगाना गठन के फैसले के खिलाफ सीमांध्र में चल रहे प्रदर्शनों पर सरकार ने संज्ञान लिया है। उनहोंने कहा कि रक्षा मंत्री ए के एंटनी की अध्यक्षता वाली कांग्रेस की एक समिति भी तेलंगाना पर सभी संबद्ध पक्षों से विचार-विमर्श कर रही है। जब समिति की सिफारिशें आएंगी, सरकार उन पर विचार करेगी।

कैबिनेट द्वारा तेलंगाना के गठन को मंजूरी देने के बाद मंत्री समूह के गठन की उम्मीद है जो आंध्र प्रदेश के बंटवारे से उत्पन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करेगा।

इसके बाद नये राज्य के गठन संबंधी एक प्रस्ताव आंध्र प्रदेश विधानसभा को भेजे जाने की संभावना है। गठन के बाद तेलंगाना देश का 29वां राज्य होगा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, September 7, 2013, 21:06

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